Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की बीमार बाघिन “बिजली” को भेजा जाएगा जामनगर, रेलवे में लगेगा स्पेशल कोच, राज्य में पहली बार वन्यजीव के लिए इतनी बड़ी तैयारी…

छत्तीसगढ़ की मशहूर जंगल सफारी रायपुर की बाघिन "बिजली" गंभीर रूप से बीमार है और उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। किडनी में गंभीर समस्या के चलते अब राज्य सरकार और वन विभाग ने बड़ा फैसला लिया है।

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  • Publish Date - October 7, 2025 / 11:25 AM IST,
    Updated On - October 7, 2025 / 11:25 AM IST

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HIGHLIGHTS
  • छत्तीसगढ़ की बीमार बाघिन को इलाज के लिए भेजा जा रहा जामनगर
  • जंगल सफारी की बाघिन बिजली है गंभीर रूप से बीमार
  • किडनी में दिक्कत होने के चलते भेजा जा रहा जामनगर

Chhattisgarh News: रायपुर: छत्तीसगढ़ की मशहूर जंगल सफारी रायपुर की बाघिन “बिजली” गंभीर रूप से बीमार है और उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। किडनी में गंभीर समस्या के चलते अब राज्य सरकार और वन विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। बाघिन को अब बेहतर इलाज के लिए गुजरात के जामनगर स्थित अंबानी फाउंडेशन द्वारा संचालित वाइल्डलाइफ हॉस्पिटल में भेजा जा रहा है। इसके लिए भारतीय रेलवे में स्पेशल कोच लगाने की तैयारी की गई है।

पहली बार वन्यजीव के लिए इतनी बड़ी तैयारी

Chhattisgarh News: यह छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहला मौका है जब किसी बीमार वन्यजीव — वह भी राष्ट्रीय धरोहर मानी जाने वाली बाघिन — को इतनी त्वरित और उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा दिलाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। बिजली को विशेष व्यवस्था के तहत आज ट्रेन में रवाना किया जाएगा। रेलवे की ओर से एक विशेष कोच तैयार किया गया है, जिसे जंगल सफारी से रेलवे स्टेशन तक विशेष सुरक्षा के साथ लाया जाएगा। इस दौरान वन विभाग, रेलवे और स्थानीय प्रशासन की टीमें पूरी सतर्कता के साथ मौजूद रहेंगी।

इलाज के लिए रिकॉर्ड समय में मिली केंद्र से अनुमति

बाघिन बिजली की हालत को देखते हुए वन विभाग ने केंद्र सरकार से विशेष रेल कोच की अनुमति मांगी थी। सिर्फ 24 घंटे के भीतर केंद्र से अनुमति मिल गई, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इसके साथ ही रेलवे और वन विभाग की टीम ने मिलकर एक ऐसा स्पेशल कोच तैयार किया है, जिसमें बाघिन को सुरक्षित, आरामदायक और बिना किसी तनाव के जामनगर पहुंचाया जा सके।

देश भर के डॉक्टरों की टीम कर रही थी निगरानी

Chhattisgarh News: पिछले एक सप्ताह से देशभर के अनुभवी पशु चिकित्सकों की टीम जंगल सफारी में ही कैंप कर रही थी। बाघिन को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही थी। लेकिन किडनी की बिगड़ती स्थिति, शरीर में कमजोरी और खान-पान बंद होने जैसी दिक्कतों के चलते अब उसे अत्याधुनिक उपचार की आवश्यकता है।

वन विभाग और अंबानी फाउंडेशन के बीच समन्वय

वन विभाग ने अंबानी फाउंडेशन के वाइल्डलाइफ हॉस्पिटल से संपर्क कर पूरे इलाज की रूपरेखा तैयार कर ली है। जामनगर पहुंचने के बाद बाघिन की गहन जांच कर उसे ICU जैसी सुविधाओं में भर्ती किया जाएगा। इस अस्पताल में देशभर के वन्यजीवों का इलाज किया जाता है और यह बाघों के लिए खासतौर पर जाना जाता है।

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बाघिन को कहां से और क्यों भेजा जा रहा है?

बिजली बाघिन को रायपुर की जंगल सफारी से जामनगर के वाइल्डलाइफ हॉस्पिटल में इलाज के लिए भेजा जा रहा है, क्योंकि वह गंभीर रूप से बीमार है और उसकी किडनी में दिक्कत है।

किस अस्पताल में होगा बाघिन का इलाज?

बाघिन को अंबानी फाउंडेशन द्वारा संचालित जामनगर वाइल्डलाइफ हॉस्पिटल में भेजा जा रहा है, जहां अत्याधुनिक इलाज की व्यवस्था है।

यह प्रक्रिया खास क्यों मानी जा रही है?

छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी बीमार बाघिन को बचाने के लिए स्पेशल ट्रेन कोच का इस्तेमाल किया जा रहा है।