Raigarh News: जंगलों में मिले बाघ के पदचिन्हों से मचा हड़कंप, लैलूंगा और धर्मजयगढ़ में अलर्ट, कैमरे में कैद नहीं हुआ लेकिन वन विभाग सतर्क

Raigarh News: जंगलों में मिले बाघ के पदचिन्हों से मचा हड़कंप, लैलूंगा और धर्मजयगढ़ में अलर्ट, कैमरे में कैद नहीं हुआ लेकिन वन विभाग सतर्क

  • Reported By: Avinash Pathak

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  • Publish Date - August 5, 2025 / 04:33 PM IST,
    Updated On - August 5, 2025 / 04:33 PM IST

Raigarh News/image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • जंगल में बाघ के पदचिन्ह से सनसनी,
  • लैलूंगा और धर्मजयगढ़ में दहशत,
  • कैमरे में नहीं आया शिकारी,

रायगढ़: Raigarh News:  जिले में बाघ की आमद की खबर ने वन विभाग की नींद उड़ा दी है। जिले के लैलूंगा और धर्मजयगढ़ वन परिक्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से लगातार बाघ के पद चिन्ह मिल रहे हैं। हालांकि अब तक किसी ने बाघ को नहीं देखा है लेकिन लगातार पद चिन्ह मिलने से बाग की मौजूदगी के संकेत मिल रहे हैं। इसे में वन विभाग के माथे पर चिंता की लकीरें हैं।

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Raigarh News:  रायगढ़ और धर्मजयगढ़ वनमंडल की संयुक्त टीम लगातार प्रभावित इलाके में सर्वे और ट्रैकिंग में जुटी हुई है। आपको बता दें कि जिले में कि सबसे पहले 29 जुलाई को लेलूंगा वन परिक्षेत्र के हाटी और छाल के जंगलों में बाघ के पद चिन्ह देखे गए थे। इसके बाद से वन विभाग लगातार पदचिन्हों की मॉनीटरिंग कर रहा है। कोरबा से ट्रैकिंग की शुरुआत होने के बाद टीम लेलूंगा इलाके तक पहुंच चुकी है। हालांकि अब तक बाघ कैमरे में कैद नहीं हो पाया है।

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Raigarh News:  मामले में डीएफओ का कहना है कि सस्पेक्टेड टाइगर के पदचिन्ह हमें लगातार मिल रहे हैं। टीम उनकी ट्रैकिंग कर रही है। हमारी मॉनिटरिंग लगातार जारी है। अधिकारियों का यह भी कहना है कि जब तक कमरे में तस्वीरें कैद नहीं हो जाती तब तक बाघ की मौजूदगी की पुष्टि नहीं की जा सकती।

क्या रायगढ़ में "बाघ की मौजूदगी" की पुष्टि हो गई है?

नहीं, अब तक "बाघ की मौजूदगी" की पुष्टि नहीं हुई है क्योंकि कैमरे में उसकी तस्वीर नहीं मिली है। सिर्फ पदचिन्ह मिले हैं।

रायगढ़ में "बाघ कहां देखा गया"?

"बाघ की मौजूदगी" के संकेत लैलूंगा के हाटी और छाल के जंगलों और धर्मजयगढ़ वन क्षेत्र में मिले हैं।

क्या "बाघ से ग्रामीणों को खतरा" है?

अभी तक "बाघ की मौजूदगी" से किसी मानव या मवेशी पर हमले की सूचना नहीं है, लेकिन वन विभाग सतर्कता बरतने की सलाह दे रहा है।

"बाघ की मौजूदगी" की पुष्टि के लिए विभाग क्या कर रहा है?

वन विभाग ट्रैकिंग कर रहा है, पदचिन्हों की मॉनिटरिंग कर रहा है और कैमरे लगाए गए हैं ताकि "बाघ की मौजूदगी" को कैद किया जा सके।

क्या "रायगढ़ में पहले भी बाघ दिखा" था?

हाल के वर्षों में यह पहली बार है जब रायगढ़ के जंगलों में "बाघ की मौजूदगी" के इतने स्पष्ट संकेत मिले हैं।