रायपुर: Raipur News, झारखंड के गैंगस्टर मयंक सिंह ( Gangster Mayank Singh) की रिमांड पुलिस को मिल गई है। मयंक से अब 4 दिन तब पुलिस कस्टडी में पूछताछ होगी। गंज और तेलीबांधा थाने की पुलिस आरोपी से पूछताछ करेगी। 27 दिसंबर को फिर से मयंक को रायपुर की अदालत में पेश किया जाएगा। रिमांड के दौरान मयंक से शूटआउट, फिरौती नेटवर्क और गिरोह के अन्य सदस्यों को लेकर अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि झारखंड से लाए गए कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह को रायपुर पुलिस ने 4 दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस अब उससे तेलीबांधा स्थित पीआरए कंपनी शूटआउट सहित अन्य आपराधिक मामलों में पूछताछ करेगी। मयंक पर इस शूटआउट के लिए सुपारी देने का मामला दर्ज है।
बुधवार को झारखंड एटीएस के 15 सशस्त्र जवान मयंक सिंह ( Gangster Mayank Singh) को लेकर रायपुर पहुंचे। तेलीबांधा थाना पुलिस के प्रोडक्शन वारंट पर झारखंड पुलिस उसे रायपुर लाई और गंज थाना स्थित क्राइम ब्रांच मुख्यालय में पेश किया गया। इसके बाद मयंक को कोर्ट में प्रस्तुत किया गया, जहां सुनवाई के बाद न्यायालय ने उसे 4 दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया।
Raipur News, गौरतलब है कि मयंक सिंह ( Gangster Mayank Singh) तेलीबांधा शूटआउट मामले में लंबे समय से वांटेड था। वह अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का अहम सदस्य है और लॉरेंस–अमन साव गैंग के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाता था। मयंक वर्तमान में झारखंड जेल में बंद था।
जुलाई 2024 में रायपुर के तेलीबांधा स्थित रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी पीआरए के कार्यालय में अमन साव गिरोह के बदमाशों ने फायरिंग की थी। इस मामले में रायपुर पुलिस ने दिल्ली, पंजाब, झारखंड सहित अन्य राज्यों से अमन साव गिरोह के 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो फिलहाल रायपुर जेल में बंद हैं। आरोपियों ने पीआरए कंपनी से 85 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। इस केस में अमन साव को भी गिरफ्तार किया गया था, लेकिन रांची ले जाते समय झारखंड पुलिस के एटीएस एनकाउंटर में वह मारा गया। वहीं मयंक सिंह को इंटरपोल की मदद से अजरबैजान से गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उसे भारत लाकर आज रायपुर लाया गया।