Reported By: Suman Pandey
,रायपुर: CG News, छत्तीसगढ़ की महिलाओं को सबसे अधिक घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है। ये खुलासा हुआ आईबीसी 24 की पड़ताल में। प्रदेश में महिलाओं के लिए बनाए गए हेल्पलाइन नंबर 181 में बीते 10 सालों में घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के सबसे अधिक कॉल आए हैं। पति के शराब पीने के बाद महिलाएं हिंसा की अधिक शिकार हो रही हैं। जिन्हें 181 कॉल सेंटर जरूरी मदद पहुंचा रहे हैं।
प्रदेश में अपनों के ही अत्याचार से बेटियां परेशान हैं। कोई शराबी पति तो कोई शराबी पिता की शिकार बन रही है। हर रोज प्रदेश में घरेलू हिंसा कि घटनाएं घट रही हैं। इसकी गवाही दे रहे हैं आंकड़े… प्रदेश में मुश्किल में फंसी महिलाओं की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 181 जारी किया गया है। बीते 10 सालों में इस पर 8 लाख से अधिक कॉल आए हैं। कभी अपनों से मिले जख्म तो कभी रिश्तों ने झकझोरा… ये 8 लाख कॉल उन महिलाओं ने लगाए हैं, जो शारीरिक, मानसिक, या यौन प्रताड़ना की शिकार हुईं।
हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट भी सामने आई, जिसमें छत्तीसगढ़ में 181 महिला हेल्पलाइन में पुलिस से सिर्फ 5.25 प्रतिशत मदद मिलने की बात सामने आई। कॉल सेंटर प्रभारी ने इसे गलत बताते हुए जानकारी दी कि ये आंकड़े सही नहीं है। आईबीसी 24 को सही आंकड़े देते हुए बताया कि हर मामले में जिसमें पुलिस की मदद की जरुरत होती है, मिलती है और महिलाओं को मदद पहुंचाई जाती है।
1. 2016-17 से 2025 अक्टूबर तक कुल 8 लाख 98 हजार 354 कॉल रीसीव हुए।
2. इन कॉल में से 27 हजार 935 केस रजिस्टर हुए, महिलाओं को पुलिस या काउंसिलिंग की मदद दी गई। 3. 1 लाख 53 हजार 530 कॉल ऐसे थे जिसमें महिलाओं ने केस दर्ज नहीं करवाया मगर कॉल पर काउंसिलिंग की मदद ली।
4. 1 लाख 81 हजार 465 महिलाओं को मदद दी गई।
181 महिला हेल्पलाइन में आने वाले कॉल में एक हैरान करने वाला आंकड़ा भी शामिल है। 8 लाख 98 हजार में से करीब 7 लाख 16 हजार कॉल ऐसे हैं जो या तो फेक कॉल थे, किसी ने अपना मन बहलाने के लिए लगा लिए, या मध्यप्रदेश के थे। क्योंकि छत्तीसगढ़ और एमपी की कॉल प्रोवाइडर कंपनी एक ही हैं, वहां की सरकारी योजनाओं की जानकारी भी 181 नंबर पर मिलती है तो टेक्नीकल गलती की वजह से ये कॉल छत्तीसगढ़ के महिला हेल्पलाइन कॉल पर ट्रांसफर हो जाते हैं।
इन 7 लाख 16 हजार से अधिक कॉल को इरेलिवेंट कॉल कैटेगरी में रखा गया है। हालांकि प्रदेश में 181 ये हेल्पलाइन नंबर 24 घंटे सातों दिन कार्यरत है। जिस पर कोई भी महिला, जो किसी प्रकार की शारीरिक, मानसिक, या यौन प्रताड़ना का शिकार है, कॉल कर सकती है। महिला हेल्पलाईन पीड़ित महिला की शिकायत को सुनकर प्रकरण के तर्कसंगत समाधान का प्रयास करती है।