Arvind Netam on Deepak Baij: क्या दीपक बैज ईसाई समाज में कनवर्ट हो गए हैं? RSS मुख्यालय से लौटने के बाद अरविंद नेताम का बड़ा बयान, जानिए क्या बोले आदिवासी नेता
Arvind Netam on Deepak Baij: क्या दीपक बैज ईसाई समाज में कनवर्ट हो गए हैं? RSS मुख्यालय से लौटने के बाद अरविंद नेताम का बड़ा बयान, जानिए क्या बोले आदिवासी नेता
Arvind Netam on Deepak Baij: क्या दीपक बैज ईसाई समाज में कनवर्ट हो गए हैं? Image Source: File
- अरविंद नेताम ने आरएसएस को धर्मांतरण पर सहयोगी संस्था बताया
- पीसीसी चीफ दीपक बैज पर जताया शक
- बस्तर में धर्मांतरण और नक्सलवाद को बताया विकट समस्या
रायपुर: Deepak Baij is Converted Christian? पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और नरसिम्हा राव के कार्यकाल के दौरान मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने हाल ही में आरएसएस कार्यालय का दौरा किया था। आरएसएस मुख्यालय से लौटने के बाद अरविंद नेताम ने कई ऐसे बयान दिए हैं कि सियासी गलियारों में खलबली मच गई है। उन्होंने धर्मांतरण रोकने को लेकर कहा है कि संघ ही ऐसी संस्था है, जो हमारी मदद कर सकती है। बस्तर में धर्मांतरण को लेकर आदिवासी समाज और संघ दोनों को मिलकर काम करना चाहिए। उनके इस बयान के बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी। दीपक बैज के बयान पर आज एक बार फिर अरविंद नेताम ने करारा प्रहार किया है।
Deepak Baij is Converted Christian? अरविंद नेताम ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मुझे शक है दीपक बैज ईसाई समाज में कन्वर्ट हो गए हैं। इस दौरान उन्होंने मुख्य अतिथि बनाने के लिए RSS का धन्यवाद जाताया है। इससे पहले दीपक बैज ने अरविंद नेताम को आरएसएस मुख्यालय में आमंत्रित किए जाने को लेकर कहा था कि RSS आदिवासियों की शुभचिंतक नहीं हो सकती। अरविंद नेताम हमेशा आदिवासियों से बात करते थे। लेकिन RSS के संपर्क में आने के बाद उनकी बोली और भाषा बदल गई है।
वहीं, अरविंद नेताम ने RSS के कार्यक्रम में कहा कि, सबसे बड़ी समस्या जो मैं महसूस कर रहा हूं वह धर्मांतरण है। इस समस्या को लेकर किसी भी राज्य सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया है। एक सरकार पावर में आती है, तो दूसरे सरकार को दोष देती है। एक-दूसरे को दोष देने का काम इस देश में चलता है।
कोई ठोस काम इसे लेकर नहीं होता है। मैंने सोचा इस काम के लिए संघ ही ऐसी संस्था है, जो हमको मदद कर सकती है और रास्ता दिखा सकती है। यह बड़ी समस्या है और संघ इस दिशा में बहुत पहले से कम कर रहा है। इस विषय की गंभीरता को देखते हुए संघ से मेरा अनुरोध है कि, वे इस दिशा में काम की रफ्तार को तेज करें। मैं चाहता हूं कि संघ धर्मांतरण के बारे में बहुत गंभीरता से समझे। मैं बस्तर से आता हूं। नक्सलवाद और धर्मांतरण से हम जूझ रहे हैं। यह दोनों समस्या की आज स्थिति विकट है। मैं चाहता हूं कि इसमें आदिवासी समाज और संघ दोनों को मिलकर कुछ ना कुछ करना चाहिए।

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