Fake Jewel Loans in Raipur: EOW ने मैनेजर और क्लर्क को किया गिरफ्तार! बंद खातों से फर्जी ज्वेल लोन में 1 करोड़ 65 लाख का गबन, ठगी का तरीका जान उड़ जाएंगे होश
EOW ने मैनेजर और क्लर्क को गिरफ्तार...Fake Jewel Loans in Raipur: EOW arrested manager and clerk! Embezzlement of Rs 1 crore 65 lakh
Fake Jewel Loans in Raipur | Image Source | IBC24
- EOW ने बिहार से मैनेजर-क्लर्क को किया गिरफ्तार,
- बंद खातों से फर्जी ज्वेल लोन के जरिए 1 करोड़ 65 लाख के गबन का आरोप,
- तीनों आरोपी को 29 अप्रैल तक रिमांड पर भेजा है,
रायपुर: Fake Jewel Loans in Raipur: इंडियन ओवरसीज बैंक की गरियाबंद की राजिम शाखा में फर्जी ज्वेल लोन के मामले में ईओडब्लू (आर्थिक अपराध शाखा) और एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की टीम ने बैंक के मैनेजर और दो क्लर्कों को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने तीन साल पहले बंद अकाउंट से ज्वेल लोन लेकर बैंक को 1.65 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया।
Fake Jewel Loans in Raipur: इस मामले में पहले बैंक की असिस्टेंट मैनेजर अंकिता पाणिग्रही को भी गिरफ्तार किया जा चुका था जो ओडिशा से पकड़ी गई थी। अंकिता से हुई पूछताछ के बाद बैंक मैनेजर सुनील कुमार और क्लर्क खेमन लाल कंवर और योगेश पटेल को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आरोपी बैंक के सिस्टम और सर्विलांस को धोखा देते हुए गरीब किसानों के अकाउंट में फर्जी लोन ट्रांसफर करने में शामिल थे।
Fake Jewel Loans in Raipur: अपराधियों ने वेरिफिकेशन के हर स्तर को पार करते हुए बिना किसी उचित मंजूरी के लोन स्वीकृत किया और बाद में इन लोन की राशि को अंकिता पाणिग्रही के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद आरोपियों ने जोरोधा नामक शेयर ट्रेडिंग प्लेटफार्म का उपयोग कर इस रकम को फ्यूचर्स और ऑप्शंस ट्रेडिंग में निवेश किया लेकिन उन्होंने पूरी रकम खो दी जिससे बैंक को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।
Fake Jewel Loans in Raipur: ईओडब्लू ने आरोपियों को गिरफ्तार कर विशेष कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 29 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। वहीं अंकिता पाणिग्रही को 14 दिन की न्यायिक रिमांड के बाद जेल भेज दिया गया है। इस मामले में आगे की जांच जारी है, और सभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

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