Raipur Drug Racket/Image Source: IBC24
रायपुर/सुमन पांडे: Raipur News: छत्तीसगढ़ की राजधानी में लगातार ड्रग सिंडिकेट का नेटवर्क सामने आ रहा है जिससे यह समझा जा सकता है कि राजधानी के यूथ की नसों में नशा घोलने का कारोबार फल फूल रहा था। हाई प्रोफाइल्स सिंडिकेट की एक ड्रग सप्लायर नव्या मलिक इस वक्त पुलिस की कस्टडी में है नव्या से पूछताछ जारी है जिसमें कई अहम खुलासे हुए हैं। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के रास्ते छत्तीसगढ़ में ड्रग्स लाई जा रही थी और नव्या जैसी लड़कियों का इस्तेमाल हाई प्रोफाइल ग्राहकों तक ड्रग की सप्लाई में किया जा रहा था। Raipur Drug Racket
Raipur Drug Racket: नव्या मलिक वह नाम जिसने रायपुर में चल रहे ड्रग्स के गंदे धंधे के चेहरे को उजागर कर दिया। यह बता दिया कि कैसे हाई प्रोफाइल पार्टी में रायपुर के लड़के लड़कियों की नसों में नशा घोलने की नापाक कोशिश पाकिस्तान कर रहा है क्योंकि पाकिस्तान की भेजी ड्रग्स रायपुर में हाथों हाथ पहुंचने का काम नव्या और उसके सिंडिकेट के लोग कर रहे थे। चांद रूपों के मुनाफे के लालच में युवा पीढ़ी को बर्बाद करने की कोशिश हो रही थी। पंजाब दिल्ली हरियाणा में बैठे बड़े तस्कर, पाकिस्तानी ड्रग्स को चखाकर युवाओं को पहले लत लगा रहे थे और उसके बाद उन्हें ड्रग्स का सप्लायर बनाया जा रहा था । इसी जाल में रायपुर की नव्या और उसके साथी फंस चुके थे इसे अपना कारोबार बनाकर नशे का गंदा धंधा राजधानी में चला रहे थे।
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Raipur Drug Racket: इस केस में बीते 24 अगस्त को रायपुर की पुलिस ने कटोरा तालाब के रहने वाले हर्ष आहूजा, दीप धनोरिया को हरियाणा के ड्रग पेडलर मोनू बिश्नोई के साथ गिरफ्तार किया था पूछताछ में इनसे ही नव्या का लिंक मिला और अब नव्या भी पुलिस की कस्टडी में है। इनके पास से पुलिस को लाखों की MDMA ड्रग्स मिली। 4 सितंबर तक नव्या मलिक को रायपुर की पुलिस अपनी कस्टडी में रखकर पूछताछ करेगी, अब जान लीजिए कि रायपुर की पुलिस को अब तक की पूछताछ में नव्या से क्या-क्या मालूमात हासिल हुई। कई विदेशी कॉन्टेक्ट्स मिले। खातों में लाखों रूपों का लेनदेन मिला। मोबाइल फोन की जांच में कई ग्राहकों कई जानकारी मिली। ड्रग्स सप्लाई के सबूत मिले। छत्तीसगढ़ के हाई प्रोफाइल कारोबारी और राजनीतिक हस्तियों के नाम भी पुलिस को पता चले हैं।
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Raipur Drug Racket: नव्या से हुई अब तक की पूछताछ में पुलिस को विदेशी लिंक भी मिले हैं यह पता चला है कि रायपुर के कुछ कारोबारी के साथ नव्या विदेश यात्राओं पर भी जा चुकी है। पुलिस ने इसे जब मुंबई से गिरफ्तार किया तो पता चला कि नव्या फैशन और इंटीरियर डिजाइनिंग के काम से जुड़ी हुई है। हाई प्रोफाइल पार्टी में उसका आना-जाना था कारोबारी और उनके बच्चों को टारगेट करके यह ड्रग्स की डीलिंग किया करते थे रायपुर पुलिस का कहना है कि बड़े मार्जिन की वजह से नव्या जैसे युवा ड्रग्स के गंदे धंधे में उतर जाते हैं क्योंकि दिल्ली पंजाब हरियाणा में 1000 में मिल जाने वाली ड्रग्स रायपुर में 8 से 10000 में बिकती है इतना बड़ा मुनाफा लैविश लाइफस्टाइल को जीने में काम आता है इस वजह से यह गंदा धंधा नव्या जैसे युवाओं को लुभाता है।
Raipur Drug Racket: पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि नव्या, हर्ष आहूजा जैसे ड्रग डीलर्स डिजिटल तरीकों का इस्तेमाल करके डील किया करते थे। वर्चुअल फोन नंबर के जरिए बातचीत होती थी, सोशल मीडिया पर कुछ सीक्रेट ग्रुप बने होते थे जिसमें पुराने ग्राहकों को जोड़कर ड्रग्स का लेनदेन किया जाता था। एक ऐसा भी पैटर्न पता चला जिसमें ड्रग्स को किसी एक जगह पर छुपा कर उसका वीडियो ग्राहकों को भेज दिया जाता था, फिर QR कोड के जरिए पैसे ले लिए जाते थे और ग्राहक को लोकेशन दे दी जाती थी। ग्राहक लोकेशन पर जाकर ड्रग की पुड़िया लेकर चुपचाप वापस चला जाता था।
Raipur Drug Racket: छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों में ड्रग्स का धंधा चलाने का काम पाकिस्तान से आई हुई ड्रग्स के जरिए हो रहा था रायपुर की पुलिस ने पाकिस्तानी ड्रग्स को खपाने वाले मास्टरमाइंड रूपिंदर को गिरफ्तार किया है। रुपिंदर को पाकिस्तान ड्रग्स ड्रोन के जरिए पंजाब में मिलती थी इतना ही नहीं पाकिस्तानियों ने ड्रोन से एक पिस्टल भी भेजी जो रुपिंदर के पास से बरामद हुई है। भारत के दुश्मन देश पाकिस्तान से आई हुई ड्रग्स को रायपुर और छत्तीसगढ़ में सप्लाई करने का नेटवर्क रुपिंदर संभाल रहा था
Raipur Drug Racket: पिछले 25 दिनों में पुलिस ने 42 से ज्यादा ऐसे ही ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से 2 करोड़ से भी ज्यादा की ड्रग्स मिली है यह वह ड्रग्स है जो बरामद कर ली गई पुलिस ने खुद को बोला है कि यह इस तरह का रैकेट पिछले तीन से चार सालों से रायपुर और छत्तीसगढ़ में सक्रिय था तो सोचिए करोड़ों का ड्रग्स युवाओं की नसों में नशा बनाकर घोल जा चुका है। रायपुर पुलिस का दावा है कि उसने ऑपरेशन निश्चय के तहत ड्रग्स माफिया को पकड़ने का अभियान चलाया है। अभियान का यह तीर क्या बड़ी मछलियों की आंखों में भी लगेगा इसका इंतजार किया जा रहा है।