Raipur News: राजधानी में बिना शिनाख्त दफनाया गया शव, परिजनों ने थाने में मचाया बवाल, अब कब्र से निकाली जा रही युवक की लाश

राजधानी में बिना शिनाख्त दफनाया गया शव, परिजनों ने थाने में मचाया बवाल...Raipur News: The body was buried without identification

  • Reported By: Tehseen Zaidi

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  • Publish Date - June 29, 2025 / 03:12 PM IST,
    Updated On - June 29, 2025 / 03:12 PM IST

Raipur News | Image Source | IBC24

HIGHLIGHTS
  • रायपुर: शव की शिनाख्ती किए बिना दफनाया,
  • परिजनों ने थाने में जाकर मचाया जमकर हंगामा,
  • SDM की मौजूदगी में कब्र से निकाली जा रही लाश,

रायपुर: Raipur News: राजधानी में पुलिस की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। उरला थाना क्षेत्र में एक युवक की लाश को बिना शिनाख्त किए लावारिस मानकर दफना दिया गया जबकि शव की पहचान की जा सकती थी। मृतक के परिजनों को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने थाने में पहुंचकर जमकर हंगामा किया।

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Raipur News: मामला दो दिन पुराना है जब कन्हेरा बायपास पर एक क्षतविक्षत अवस्था में युवक की लाश बरामद हुई थी। पुलिस ने शव की शिनाख्त की कोशिश किए बिना उसे अज्ञात मानते हुए दफनाने की प्रक्रिया पूरी कर दी। लेकिन अब सामने आया है कि मृतक की पहचान 24 वर्षीय दयानंद साहू के रूप में हुई है जो अपने दोस्त के साथ घर से निकला था। दयानंद के दोस्त ने परिजनों को बताया कि युवक की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है।

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Raipur News: जब परिजन उरला थाना पहुंचे और शव के बारे में जानकारी ली तो पुलिस ने लापरवाही पूर्वक दफनाए गए शव की बात बताई। इससे परिजनों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने थाने में प्रदर्शन किया। स्थिति को देखते हुए प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। SDM की मौजूदगी में कब्र से युवक का शव निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई ताकि सही तरीके से पहचान और पोस्टमॉर्टम हो सके। इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।

"बिना शिनाख्त शव दफनाने" का नियम क्या कहता है?

भारतीय कानून के अनुसार, अज्ञात शव को दफनाने या अंतिम संस्कार से पहले उचित प्रयास कर शिनाख्त जरूरी होती है, जैसे फोटो लेना, आसपास पूछताछ, सूचना सार्वजनिक करना आदि।

"दयानंद साहू की पहचान" कैसे हुई?

दयानंद की पहचान उसके दोस्त और परिवार द्वारा की गई, जिन्होंने बताया कि वह सड़क हादसे का शिकार हुआ था और पुलिस ने बिना जानकारी दिए शव दफना दिया।

क्या "पोस्टमॉर्टम" दोबारा हो सकता है?

हां, अगर शव को दफनाने के बाद कोई संदेह हो या परिजन मांग करें, तो SDM की अनुमति से शव निकालकर दोबारा पोस्टमॉर्टम किया जा सकता है।

क्या "पुलिस पर कार्रवाई" होगी?

अगर जांच में पुलिस की लापरवाही प्रमाणित होती है, तो संबंधित अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई की जा सकती है।

"उरला थाना मामला" किसने संभाला?

इस पूरे मामले में SDM की निगरानी में कार्रवाई की गई और शव को निकालने व पहचान की प्रक्रिया पुनः शुरू की गई।