रायपुर: Raipur News, सरकारी विभाग के कामकाज में भर्राशाही के मामले तो देखते सुनते ही है, लेकिन जिस काम में विभाग के मंत्री से लेकर सीएम तक का नाम रहे, उस काम में भी किरकिरी करा दे, तो फिर क्या ही कहा जाए। हद तो तब हो गई जब एक मृतक कर्मचारी और एक दूसरे विभाग में कार्यरत अधिकारी तक का ट्रांसफर आदेश जारी कर दिया गया।
मामला छत्तीसगढ़ के वाणिज्य कर विभाग के ट्रांसफर ऑर्डर से जुड़ा है। कल यहां से कई ट्रांसफर ऑडर्र जारी हुए, लेकिन लापरवाही का ऐसा आलम था कि विभाग के उस कर्मचारी का भी ट्रांसफर कर दिया गया, जिसका 6 महीने पहले निधन हो चुका है। इतना ही नहीं, एक ऐसी महिला अधिकारी का भी ट्रांसफर किया गया, जो वाणिज्य कर विभाग को छोड़ अब महिला बाल विकास विभाग में नौकरी कर रही हैं। भर्राशाही की ऐसी मिसाल शायद ही मिले।
Transfer orders issued dead employee, अब जब जमकर किरकिरी हुई तो विभाग के अधिकारियों की नींद टूटी, और फिर संशोधन आदेश जारी करना पड़ा, लेकिन अधिकारियों ने अपनी कारगुजारियों से विभाग के मंत्री से लेकर प्रदेश के सीएम तक का नाम भी धूमिल कर दिया।
read more: भारत ने मलेशिया को हराकर एशियाई स्नूकर में टीम स्वर्ण पदक जीता
दरअसल, इन दिनों प्रदेश में जो ट्रांसफर हो रहे हैं, वो ट्रांसफर पॉलिसी के अनुसार हो रहे हैं। इस ट्रांसफर पॉलिसी में वाणिज्यकर विभाग का नाम नहीं है। ऐसे वाणिज्यकर का जो ट्रांसफर हुआ है, उसे सीएम समन्वय से ओके कराया गया था। बताते हैं कि इस ट्रांसफर में कई और गड़बड़ी की गई हैं। जहां विभाग का कार्यालय नहीं खुला है, वहां भी ट्रांसफर कर दिया गया है। 10 फीसदी की सीमा को भी इसमें पार कर दिया गया है। खबर है कि नाराज कर्मचारी इसके खिलाफ कोर्ट जाने की भी तैयारी में हैं। बहरहाल जो भी हो सरकारी कामकाज के इस तरीके से सवाल तो उठा ही दिया है।