अलीगढ़ (उप्र), 28 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के एक युवक की सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की एक लड़की से हुयी मोहब्बत के बाद वह उससे मिलने पिछले साल पड़ोसी देश चला गया था, जहां अवैध रूप से घुसने के आरोप में उसे जेल में बंद कर दिया गया था, और अब जल्दी ही उसके वतन वापसी की उम्मीद जगी है। उसके परिवार ने रविवार को इसकी जानकारी दी।
परिवार के लोगों ने बताया कि अलीगढ़ के बरला थाना क्षेत्र के खितकारी गांव का रहने वाला बादल बाबू (20) वर्ष 2024 की गर्मियों में काम की तलाश में दिल्ली जाने के लिये घर से निकला। हालांकि, पिछले ही साल सितंबर में वह लापता हो गया था।
उन्होंने बताया कि कुछ दिनों बाद बादल के पिता किरपाल सिंह को किसी ने फोन पर बताया कि बादल पाकिस्तान में दाखिल हो गया था, और उसे पकड़कर पाकिस्तान के मंडी बहाउद्दीन शहर की जेल में बंद कर दिया गया है।
परिजन के अनुसार बादल फेसबुक के जरिये एक पाकिस्तानी महिला सना रानी के संपर्क में आया था। उन्होंने बताया कि कुछ ही दिनों में दोनों के बीच की यह दोस्ती इश्क में बदल गयी और बादल सीमा पार कर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में उस महिला के गांव पहुंच गया।
उन्होंने बताया कि दो दिनों के भीतर ही महिला और उसकी मां ने गंभीर नतीजों के डर से उसे वापस भारत लौटने के लिए मना लिया। उन्होंने बताया कि बादल उनके घर से निकल गया लेकिन वापस नहीं लौटा और वहां उसने मजदूरी करना शुरू कर दिया।
परिजनों ने बताया कि बाद में उसे पाकिस्तानी अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि शुरू में उस पर जासूसी का आरोप लगाया गया लेकिन जांच में जासूसी की बात सामने नहीं आने पर उस पर अवैध रूप से पाकिस्तान में घुसने का आरोप लगाया गया और उसे एक साल जेल की सजा सुनायी गयी।
बादल के पिता किरपाल सिंह ने बताया कि परिवार ने अलीगढ़ जिले अधिकारियों की मदद से पाकिस्तान में एक वकील किया।
इस हफ्ते की शुरुआत में बादल के वकील फैयाज ने उन्हें वीडियो कॉल के जरिये बताया कि बादल ने अपनी सजा पूरी कर ली है और उसे जेल से रिहा कर दिया गया है। तब से उसे एक ‘डिटेंशन सेंटर’ में भेज दिया गया है। भारत लौटने की औपचारिकताएं पूरी होने तक वह वहीं पर रहेगा।
सिंह ने कहा, ”वकील ने हमें बताया है कि बादल एक हफ्ते में अपने गांव लौट सकता है। यह हमारे लिए एक बुरे सपने के खत्म होने जैसा होगा।”
उन्होंने कहा कि हाल में भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में कड़वाहट आने के बाद उनके परिवार ने बादल की वापसी की उम्मीद खो दी थी।
जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने संपर्क करने पर कहा कि इन घटनाक्रमों पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। जब बादल वापस आ जाएगा तो इस पर बेहतर ढंग से कुछ कहा जा सकेगा।
भाषा सं. सलीम गोला रंजन
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