Sukma IED blast News/Image Source: IBC24
रायपुर: Sukma IED Blast News: सुकमा जिले में गुरुवार को आईईडी ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल जिला पुलिस बल की महिला कांस्टेबल मुचाकी दुर्गा के स्वास्थ्य की जानकारी लेने उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा आज यहां रायपुर स्थित रामकृष्ण हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने घायल महिला कांस्टेबल दुर्गा से मिले और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने चिकित्सकों से चर्चा की और कांस्टेबल सुश्री दुर्गा का हरसंभव बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। चिकित्सकों ने बताया कि मुचाकी दुर्गा की स्थिति खतरे से बाहर हैं। गंभीर चोटों के कारण उन्हें स्वस्थ होने में समय लगेगा।
Sukma IED Blast News: गौरतलब है कि सुकमा जिले में डीआरजी और डिस्ट्रिक्ट फोर्स की संयुक्त टीम के साथ महिला कांस्टेबल दुर्गा एरिया डोमिनेशन ऑपरेशन के लिए गोगुण्डा की पहाड़ी पर गयीं थी और जंगलों की ओर बढ़ रही थी। वहां नक्सलियों द्वारा लगाया गया एक प्रेशर इम्प्रूवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) सक्रिय अवस्था में था। अनजाने में उन्होंने आईईडी पर पैर रख दिया, जिससे हुए विस्फोट के चलते वह घायल हो गई। उनके पैर, हाथ, आंख और चेहरे पर चोट आयी, प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए रायपुर लाया गया था।
सुकमा के गोगुंडा पहाड़ी में हुए IED विस्फोट में घायल DRG की वीर महिला आरक्षक मुचाकी दुर्गा से मिलने आज रायपुर अस्पताल पहुँचा। उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और उनसे तथा उनकी बहन से विस्तृत संवाद किया।
बहन मुचाकी दुर्गा की साहसिक भावना और हौसला—दोनों ही मां दुर्गा के शक्ति-स्वरूप… pic.twitter.com/TmbybCu2Qu
— Vijay sharma (@vijaysharmacg) November 29, 2025
Sukma IED Blast News: उपमुख्यमंत्री शर्मा ने महिला कांस्टेबल दुर्गा से मुलाकात के दौरान उन्हें हौसला देते हुए उनके परिजनों से बात की। उपमुख्यमंत्री ने इस मौके पर सुश्री दुर्गा की बड़ी बहन मुचाकी करुणा से बात करते हुए शासन की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उपमुख्यमंत्री शर्मा X में पोस्ट कर लिखा कि सुकमा के गोगुंडा पहाड़ी में हुए IED विस्फोट में घायल DRG की वीर महिला आरक्षक मुचाकी दुर्गा से मिलने आज रायपुर अस्पताल पहुँचा। उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और उनसे तथा उनकी बहन से विस्तृत संवाद किया। बहन मुचाकी दुर्गा की साहसिक भावना और हौसला दोनों ही मां दुर्गा के शक्ति-स्वरूप का सजीव रूप हैं। उनकी वीरता और संकल्प ने यह सिद्ध कर दिया है कि बस्तर नक्सलवाद मुक्त होने की निर्णायक राह पर है। उनकी दृढ़ भुजाओं की शक्ति आज पूरा देश देख रहा है।