#SwarnaSharda2023 : आईएएस की तैयारी करना चाहती है रायपुर जिले की टॉपर न्यासा, IBC 24 ने स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप से किया सम्मानित…
#SwarnaSharda2023 : आईएएस की तैयारी करना चाहती है रायपुर जिले की टॉपर न्यासा, IBC 24 ने स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप से किया सम्मानित
रायपुर । IBC24 Swarna Sharda Scholarship 2023 : आईबीसी 24 समाचार चैनल की ओर से हर साल जिले की टॉपर बेटियों को दी जाने वाली स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप को लेकर कार्यक्रम सोमवार को शाम 4 बजे आयोजित किया गया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विशेष रूप से शिरकत की। इस वर्ष प्रदेश के 33 जिलों की टॉपर्स बेटियों ने सीजी बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा में सर्वाधिक अंक हासिल किए हैं।रायपुर की रहने वाली न्यासा देवांगन ने छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंदक की बारहवीं की परीक्षा में जिले में टॉप किया और प्रदेश की प्रावीण्य सूची में चौथा स्थान बनाकर अपना और अपने परिवार नाम रोशन किया हैं। न्यासा ने गणित विषय लेकर 96 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किया हैं।वोअपने घर कुशालपुर से स्कूल तक का सफर साइकिल से तय करती थी।
न्यासा के पिता ईश्वर देवांगन की तीन बेटियां है तीनों ही बेटियां पढ़ाई कर रही हैं। पिता ईश्वर देवांगन अलमारी बनाने का काम करते है और मां हाउस वाइफ होने के साथ ही सिलाई का काम भी करती हैं ताकि बेटियों की पढ़ाई में कोई दिक्कत ना हो। न्यासा बताती है कि कई बार शिक्षण सामग्रियां खरीदते वक्त दिक्कतों का सामना करना पड़ता था अक्सर बारिश के समय पिता के काम बंद हो जाते थे ऐसे में न्यासा को कई बार पुराने कॉपियों के बचे हुए पन्नों में लिखना पड़ता था। क्योंकि उनके पास इतने पैसे नहीं होते थे कि वे नई कॉपियां खरीद सकें। न्यासा को कभी मौका मिले तो वे अपने परिवार जनों के साथ बैठकर फिल्में देखा करती हैं। न्यासा अपनी मां का घर के कामों में भी हाथ बटाती हैं.. खाली समय पर चित्रकारी करना भी न्यासा का एक शौक है।
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न्यासा बताती है कि वो चार से पांच घंटे तक सेल्फ स्टडी करती थी। सुबह साढ़े 6 बजे से कोचिंग और उसके बाद स्कूल जाती थी स्कूल से आने के एक घंटे बाद दोबारा पढ़ना शुरू कर देती थी और फिर रात 11 बजे तक पढ़ाई करती थी। न्यासा के माता पिता ने अपनी बेटी की पढ़ाई में हर संभव मदद का प्रयास किया और यही वजह है कि न्यासा ने छत्तीसगढ़ में चौथा और रायपुर में पहला रैंक हासिल किया है। स्कूल में न्यासा की उपस्थिति 99 प्रतिशत रही है स्कूल के प्राचार्य विजय खंडेलवाल ये बताते हुए गर्व महसूस करते हैं कि न्यासा उनके स्कूल की छात्रा हैं वे बताते है कि न्यासा शुरू से ही होनहार रही हैं न्यासा पर उनके पूरे स्कूल को गर्व हैं न्यासा आगे चलकर आईएएस की तैयारी करना चाहती है। न्यासा की मां संतोषी देवांगन ने बताया कि अपनी जरूरतों को किनारा कर बेटियों की पढ़ाई में मदद करने की कोशिश करते हैं। न्यासा के स्कूल और कोचिंग की फीस में जितने भी पैसे लगते थे उसके लिए हमने सब कुछ किया। मेरी तीन बेटियां हैं और सभी पढ़ाई कर रही हैं।

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