Maoist Sudhakar Encounter in Bastar: हार्डकोर माओवादी सुधाकर के एनकाउंटर से गदगद CM साय.. लिखा, “भारत अब नक्सलवाद की बेड़ियों से मुक्त हो रहा है”..
पुलिस के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले 18 लोगों में से कई चार अलग-अलग नक्सली बटालियनों में सक्रिय थे। मीडिया से बात करते हुए सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण जी चव्हाण ने कहा, "नियाद नेल्लनार योजना से प्रभावित होकर आज 18 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है।
Top Naxal leader Sudhakar killed in Chhattisgarh || Image- The Financial Express file
- बीजापुर मुठभेड़ में 40 लाख इनामी शीर्ष नक्सली सुधाकर उर्फ गौतम को मार गिराया गया।
- डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बलों की संयुक्त कार्रवाई से माओवादी संगठन को बड़ा झटका।
- वर्ष 2025 में अब तक बस्तर रेंज में 186 माओवादी मारे गए, शांति की उम्मीद जगी।
Top Naxal leader Sudhakar killed in Chhattisgarh: बीजापुर: देश के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ में जारी नक्सल विरोधी अभियानों को एक बड़ी सफलता मिली है। दरअसल सुरक्षाबलों ने शीर्ष नक्सल नेता और केंद्रीय समिति के सदस्य (सीसीएम) गौतम, जिसे सुधाकर के नाम से भी जाना जाता है, उसे गुरुवार को भीषण मुठभेड़ में मार गिराया गया। यह एनकाउंटर छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई थी। बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज ने यह जानकारी मीडिया को दी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुधाकर उर्फ़ गौतम के सिर पर 40 लाख रुपये का इनाम भी था।
Top Naxal dog Sudhakar, carrying a ₹40 lakh bounty, NEUTRALISED in Chhattisgarh encounter.
~ Another commie bites the dust, just like Basavaraju.One by one, they’re falling. Under Amit Shah’s iron resolve, BHARAT will soon be Naxal Free👏🏼 pic.twitter.com/dpRkG4GaGs
— The Analyzer (News Updates🗞️) (@Indian_Analyzer) June 5, 2025
सीएम ने दी बधाई और शुभकामनाएं
Top Naxal leader Sudhakar killed in Chhattisgarh: इस पूरी कामयाबी पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ख़ुशी जाहिर करते हुए पुलिस के जवान और सुरक्षबलों को बधाई और शुभकामनायें दी है। उन्होंने ‘एक्स’ पोस्ट पर लिखा, “लाल आतंक का अंत हो रहा है, नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है
सुरक्षाबल के वीर जवान कठिन चुनौतियों और दुर्गम परिस्थितियों के बावजूद नक्सलवाद के खात्मे के अभियान को ऐतिहासिक सफलता की ओर ले जा रहे हैं।
आज बीजापुर में डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बलों ने वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ एक और निर्णायक प्रहार किया है। तलाशी अभियान के दौरान कुख्यात नक्सली और नक्सलवादियों का केंद्रीय समिति सदस्य गौतम उर्फ सुधाकर सहित कई नक्सलियों को न्यूट्रलाइज किया गया है।
21 मई 2025 को नारायणपुर में माओवादियों के राष्ट्रीय महासचिव बसवराजू के अंत के बाद, यह नक्ससलियों के लिए एक और बड़ा झटका है। वर्ष 2024-25 में ही अब तक बस्तर रेंज में 400 से अधिक नक्सलियों को न्यूट्रलाइज किया जा चुका है।
यह उपलब्धि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास की लौ जलाने का संकल्प है। हमारे जवानों का यह अद्वितीय साहस और बलिदान न केवल उनके कर्तव्यनिष्ठा को प्रदर्शित करता है, बल्कि पूरे देश को एक सकारात्मक संदेश भी देता है, भारत अब नक्सलवाद की बेड़ियों से मुक्त हो रहा है।
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के संकल्प के अनुरूप मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद मुक्त बनाने का लक्ष्य निश्चित रूप से पूरा होगा।”
लाल आतंक का अंत हो रहा है, नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है
सुरक्षाबल के वीर जवान कठिन चुनौतियों और दुर्गम परिस्थितियों के बावजूद नक्सलवाद के खात्मे के अभियान को ऐतिहासिक सफलता की ओर ले जा रहे हैं।
आज बीजापुर में डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बलों ने वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ…
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) June 5, 2025
डीआरजी की बड़ी कार्रवाई
Top Naxal leader Sudhakar killed in Chhattisgarh: इस मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की तलाशी के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने एक एके-47 राइफल के अलावा भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया। पूरे मुठभेड़ को अंजाम देने में स्पेशल टास्क फोर्स ( एसटीएफ ), डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन ( कोबरा) का संयुक्त दल शामिल था।
सीनियर नेता था सुधाकर
Top Naxal leader Sudhakar killed in Chhattisgarh: गौतम की हत्या सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी रणनीतिक जीत है और यह 21 मई, 2025 को सीपीआई (माओवादी) महासचिव बसवराजू की हत्या के दो सप्ताह बाद हुई है। बता दें कि, मुठभेड़ में ढेर हुआ गौतम एक सीनियर माओवादी नेता था जो विभिन्न हिंसक घटनाओं के लिए जिम्मेदार था। उसके द्वारा किये गये हमलों में कई निर्दोष आदिवासी नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई थी। इसके अलावा, माओवादी वैचारिक प्रशिक्षण स्कूल (RePOS) के प्रभारी के रूप में, गौतम हिंसक और राष्ट्र-विरोधी विचारधाराओं के साथ युवाओं को गुमराह करने और कट्टरपंथी बनाने में शामिल था।
गौतम की मौत सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता है और यह माओवादी नेतृत्व के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर दंडकारण्य क्षेत्र में। उसके मारे जाने से प्रतिबंधित और गैरकानूनी माओवादी संगठन की पहले से ही कमजोर होती ताकत को और झटका लगने की उम्मीद है।
2025 में अबतक 186 माओवादी ढेर
Top Naxal leader Sudhakar killed in Chhattisgarh: नक्सल अभियान से जुड़े अफसरों के मुताबिक़, 2025 में अब तक बस्तर रेंज में आतंकवाद विरोधी अभियानों में 186 माओवादी मारे गए हैं। 2024-2025 की अवधि के दौरान, माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच कई मुठभेड़ों के बाद बस्तर रेंज में 403 से अधिक माओवादी कैडरों को मार गिराया गया है और उनके शव बरामद किए गए हैं। इससे पहले, छत्तीसगढ़ सरकार के नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता तब मिली जब खूंखार बटालियन नंबर 1 के चार सदस्यों सहित 18 नक्सलियों ने 27 मई को सुकमा जिले में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। अधिकारियों के अनुसार, यह आत्मसमर्पण राज्य सरकार की पुनर्वास पहल, नियाद नेल्लनार के प्रभाव में हुआ। यह आत्मसमर्पण दक्षिण बस्तर में चल रहे प्रयासों को बढ़ावा देने वाला है, जो कि लंबे समय से नक्सल हिंसा से प्रभावित क्षेत्र है।
पुलिस के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले 18 लोगों में से कई चार अलग-अलग नक्सली बटालियनों में सक्रिय थे। मीडिया से बात करते हुए सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण जी चव्हाण ने कहा, “नियाद नेल्लनार योजना से प्रभावित होकर आज 18 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है।

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