रायपुर: Chhattisgarh Deputy CM Name: छत्तीसगढ़ में भाजपा ने अपने सीएम के नाम का ऐलान कर दिया है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव को ध्यान रखते हुए आदिवासी समाज से आने वाले विष्णुदेव साय को अपना नेता तय किया है। विष्णुदेव साय ने अपने सभी विधायकों के साथ मिलकर कल देर शाम राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के पास सरकार बनाने का दावा पेश कर चुके हैं और 13 दिसंबर को सीएम पद की शपथ लेंगे। इस दौरान पीएम मोदी सहित भाजपा के दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। लेकिन इस बीच अब डिप्टी सीएम के नाम को लेकर चर्चा जोर पकड़ ली है, जिसमें दो नाम सामने आ रहे हैं। बता दें कि डिप्टी सीएम के लिए मुख्यमंत्री की तरह की चौकाने वाले नाम सामने आ रहे हैं।
Chhattisgarh Deputy CM Name: देखा जाए तो छत्तीसगढ़ में डिप्टी सीएम बनाने का रिवाज नहीं था, लेकिन पिछली भूपेश सरकार में टीएस सिंहदेव का डिप्टी सीएम बनाया था। भूपेश सरकार ने भी अपने कार्यकाल के अंतिम दौर में डिप्टी सीएम बनाने का फैसला किया था। वहीं, अब ये खबर आ रही है कि भाजपा ने ‘विष्णु’ सरकार में दो डिप्टी सीएम बनाने का फैसला कर लिया है। हालांकि अभी अधिकारिक तौर पर ये बात नहीं कही गई है, लेकिन कयासों का दौर जोरों पर है।
बात करें कि डिप्टी सीएम के लिए सामने आ रहे नामों की तो इनमें पहला नाम अरुण साव का है जो छत्तीसगढ़ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। दूसरा नाम है कवर्धा विधानसभा सीट से भूपेश सरकार में मंत्री रहे मोहम्मद अकबर को हराने वाले विजय शर्मा जो पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि ये दोनों नेताओं का नाम डिप्टी सीएम के लिए फाइनल है। देखा जाए तो भाजपा ने जैसे आदिवासी सीएम बनाकर प्रदेश की आदिवासी जनता को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए साध लिया है तो अब ओबीसी और सवर्ण वर्ग से आने वाले नेताओं को डिप्टी सीएम का पद देकर प्रदेश के अधिकाधिक वोटर्स को साधने की तैयारी कर रही है।
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अरुण साव वर्तमान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं और विधानसभा चुनाव 2023 में लोरमी सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। अरुण साव तब चर्चा में आए थे जब लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने पुराने 11 सीटों के उम्मीदवारों को बदल दिया था और नए चेहरों को मौका दिया था। इन 11 नए चेहरों में अरुण साव का भी नाम था, जिस पार्टी ने बिलासपुर लोकसभा सीट से उतारा था। अरुण साव पीएम मोदी के भरोसे पर खरे उतरे और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार अटल श्रीवास्तव को 1,41,763 वोटों के अंतर से हराया था। 55 साल के अरुण साव उसी वर्ग से आते हैं जहां से पूर्व सीएम भूपेश बघेल आते थे यानि ओबीसी। छत्तीसगढ़ में ओबीसी मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। ऐसे में ये माना जा रहा है कि बीजेपी ओबीसी मतदाताओं को साधने के लिए अरुण साव को डिप्टी सीएम का पद दे सकती है।
वैसे तो विजय शर्मा पहली बार चुनाव जीतकर आए हैं, लेकिन उनका कद तब बढ़ जाता है जब हम ये देखते हैं कि उन्होंने किसके खिलाफ चुनाव लड़ा। बतातें चलें कि विजय शर्मा ने भूपेश सरकार में मंत्री रहे मोहम्मद अबकर को भारी मतों से हरकर जीत दर्ज की है। विजय शर्मा की पहचान हिंदूवादी नेता के तौर पर भी है और सवर्ण वर्ग से भी आते हैं। कवर्धा में चुनाव प्रचार के दौरान असम के सीएम हिमन्त बिश्व शर्मा ने मुगल शासक अकबर का नाम लेते हुए मोहम्मद अकबर पर निशाना साधा था। यहां हिंदू-मुस्लिम की इसलिए चर्चा हो रही है क्योंकि बीते दिनों कवर्धा में हिंदू-मुस्लिम दंगा हुआ था, जिसे लेकर जमकर बवाल मचा था। अधिकारिक तौर पर तो किसी ने इस मामले में नहीं कहा, लेकिन ऐसा कहा जाता है कि दंगा करने वाले मुस्लिम पक्ष के लोगों पर पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर का हाथ था। ऐसे में भाजपा एक हिंदू वोटर्स और सवर्ण वर्ग को साधने के लिए विजय शर्मा पर बड़ा दांव खेल सकती है।