रायपुर। राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव का आज दूसरा दिन है। आज 12 शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। जनजातीय साहित्य में लिंग संबंध, कला साहित्य, सामाजिक-सांस्कृतिक संघर्ष जनजातीय साहित्य मुद्दे चुनौतियां एवं संभावना विषय पर शोधपत्र शामिल रहेंगे।<<*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*>>
यह भी पढ़ें: खुद को कुंवारा बताकर एयरफोर्स कर्मचारी ने की 3 शादियां, तीसरी पत्नी ने ऐसा खोला राज
इसके बाद जनजातीय विकास मुद्दे एवं चुनौतियों पर 15 शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। शाम छग की विभिन्न नृत्य विधाओं का प्रदर्शन होगा। इसमें शैला, सरहुल, करमा, सोन्दो, कुडुक, डुंडा, दशहरा करमा, विवाह नृत्य, मड़ई नृत्य, गवरसिंह, गेड़ी, करसाड़, मांदरी, डण्डार आदि नृत्यों का प्रदर्शन होगा। बता दें कि राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव तीन दिनों तक चलेगा।
यह भी पढ़ें: मिशन 2023 की तैयारियों में जुटी आम आदमी पार्टी, पूरे प्रदेश में करेगी पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन