सुकमा: Naxalite Jagdish Encounter: आज सुकमा जिले के थाना केरलापाल क्षेत्र में सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच एक बड़ी मुठभेड़ हुई, जिसमें सुरक्षाबलों ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए 17 नक्सलियों को ढेर कर दिया। इस मुठभेड़ में, झीरम कांड में शामिल नक्सली जगदीश उर्फ़ बुधरा भी मारा गया जो पिछले कई वर्षों से सुरक्षाबलों के लिए वांछित था।
Naxalite Jagdish Encounter: जगदीश पर 25 लाख रुपये का इनाम था और वह नक्सलियों के दरभा डिवीजन का इंचार्ज था। वह झीरम घाटी में हुए घातक नक्सली हमले में शामिल था, जिसमें कई सुरक्षाबल के जवान शहीद हो गए थे। इसके अलावा, जगदीश वर्ष 2023 में सुकमा जिले के अरणपुर में डीआरजी के जवानों की शहादत से जुड़े मामले में भी आरोपी था।आज की मुठभेड़ में सुरक्षाबल के जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे थे जब ये मुठभेड़ केरलापाल इलाके में हुई। सुरक्षाबलों के द्वारा की गई इस कार्रवाई में 17 नक्सली ढेर हो गए जिनमें से एक नक्सली जगदीश उर्फ़ बुधरा भी था।
Naxalite Jagdish Encounter: जगदीश झीरम हत्या कांड में शामिल था जिसमें 2013 में नक्सलियों ने सुरक्षाबल के जवानों और कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर हमला किया था और इस हमले में कई लोग शहीद हुए थे। 2023 में सुकमा के अरणपुर क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा किए गए हमले में डीआरजी के जवान शहीद हुए थे, जिसमें जगदीश का नाम प्रमुख रूप से था। जगदीश की मौत सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता है, क्योंकि वह कई वर्षों से नक्सलियों के प्रमुख कमांडर के रूप में सक्रिय था और उसके खिलाफ 25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। उसकी मौत न केवल सुरक्षाबल की मेहनत और समर्पण का परिणाम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि नक्सलवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में सुरक्षाबल हर कदम पर सफलता हासिल कर रहे हैं।
कौन था जगदीश उर्फ़ बुधरा और उसकी मौत क्यों महत्वपूर्ण है?
जगदीश उर्फ़ बुधरा नक्सलियों के दरभा डिवीजन का इंचार्ज था और झीरम घाटी में हुए घातक नक्सली हमले में शामिल था। उसकी मौत सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता है क्योंकि वह कई वर्षों से वांछित था और उसके खिलाफ 25 लाख रुपये का इनाम था।
झीरम घाटी में क्या हुआ था?
2013 में झीरम घाटी में नक्सलियों ने सुरक्षाबल के जवानों और कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर हमला किया था, जिसमें कई लोग शहीद हुए थे। यह हमला नक्सलियों की तरफ से एक बड़ा ऑपरेशन था।
सुरक्षाबलों के लिए यह मुठभेड़ क्यों महत्वपूर्ण थी?
इस मुठभेड़ में 17 नक्सलियों को ढेर किया गया, जिसमें जगदीश उर्फ़ बुधरा भी शामिल था। यह मुठभेड़ सुरक्षाबलों के लिए सफलता की बड़ी मिसाल है, क्योंकि यह नक्सलवाद के खिलाफ जारी संघर्ष में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नक्सली जगदीश के खिलाफ कौन-कौन से आरोप थे?
जगदीश पर झीरम घाटी हमले और 2023 में अरणपुर में डीआरजी जवानों की शहादत में शामिल होने के आरोप थे। उसके खिलाफ कई हमलों की जिम्मेदारी थी।
इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने किस प्रकार की कार्रवाई की?
सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया था, जिसके दौरान यह मुठभेड़ हुई और इसमें 17 नक्सली ढेर हो गए। सुरक्षाबलों की कार्रवाई से यह साबित होता है कि नक्सलवाद के खिलाफ उनका संघर्ष लगातार मजबूत हो रहा है।