Rajya utsav 2022; इस बार राज्योत्सव में शामिल होंगे 100 विदेशी कलाकार, जानें कैसी है तैयारी

This time 100 foreign artists will participate in the Rajyotsav, know how is the preparation

  •  
  • Publish Date - October 25, 2022 / 07:54 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:39 PM IST

Bhanupratappur by-election

chhattisgarh 22th foundation day ; रायपुर : छत्तीसगढ़ में 22वें स्थापना दिवस को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। हर साल की तरह इस साल भी राज्योत्सव का कार्यक्रम रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित किया जाएगा। जिसमे भारी तदाद में कलाकारों के शामिल होने जा रहे है । इसके साथ ही राज्योत्सव की तैयारियों को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने बयान जारी करते हुए कहा कि इस बार राज्योत्सव में 1500 आदिवासी कलाकार शामिल। जिसमे से 1400 कलाकार भारत और 100 कलाकार विदेशी होंगे। रायपुर में अंतराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य और राज्योत्स्व 2022 का आयोजन 1 नवंबर को किया जाएगा।

यह भी पढ़े: पाकिस्तान के पूर्व दिग्ग्जों ने शाहीन को लेकर सवाल उठाए

22वां स्थापना दिवस मनाए जाने की तैयारियां हुई शुरू

chhattisgarh 22th foundation day : इसके साथ ही आपको बता दें कि छत्‍तीसगढ़ का 22वां स्थापना दिवस मनाए जाने की तैयारियां जोर शोर से प्रारंभ हो चुकी है। पिछले तीन सालों से राज्योत्सव की धूम विदेशों में भी मचने लगी है। पिछले वर्ष आठ देशों के कलाकारों ने अपने-अपने देश की पारंपरिक संस्कृति, रीतिरिवाज को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया था। इस साल 26 देशों ने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में प्रस्तुति देने संस्कृति विभाग से संपर्क किया, जिसमें से आठ को निमंत्रण भेजा गया है। ये सभी देश पहली बार छत्तीसगढ़ में प्रस्तुति देने आएंगे।

यह भी पढ़े; भारत बॉन्ड ईटीएफ का चौथा चरण दिसंबर में शुरू होने की संभावना

राज्योत्सव पर तीन नए पुरस्‍कारों की होगी शुरुआत

chhattisgarh 22th foundation day : इसके साथ ही इस बार राज्य सरकार ने लोक संस्कृति के साधकों की साधना से नए कलाकारों को प्रेरित करने के लिए राज्योत्सव के अवसर पर तीन नए पुरस्कार प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। यह पुरस्‍कार लक्ष्मण मस्तुरिया, खुमान साव और माता कौशल्या सम्मान को समर्पित होंगे। इस बात का ऐलान खुद छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने दशहरे के मौके पर किया। इन पुरस्कारों में उनके मेहवत के आधार पर नाम दिया जाएगा । जैसे कि लोकगीत के क्षेत्र में लक्ष्मण मस्तुरिया पुरस्कार, लोक संगीत के क्षेत्र में खुमान साव पुरस्कार एवं श्रेष्ठ रामायण (मानस) मंडली के क्षेत्र में माता कौशल्या सम्मान दिया जाएगा।