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रायपुरः SarkarOnIBC24 छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आज जहां प्रदेशभर में ED दफ्तरों का घेराव किया। वहीं 18 अप्रैल से प्रस्तावित अपनी ‘न्यायपथ यात्रा’ रद्द कर दी। कांग्रेस इसके जरिए साय सरकार को कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर घेरने जा रही थी, लेकिन आखिर ऐसी क्या वजह रही जिसके चलते कांग्रेस को यू-टर्न लेना पड़ा और बीजेपी इसे लेकर क्यों हमलावर है?
SarkarOnIBC24 छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने 18 अप्रैल से प्रस्तावित ‘न्यायपथ यात्रा’ रद्द कर दी है.. दुर्ग में 6 साल की बच्ची से रेप और हत्या केस की DNA रिपोर्ट आने के बाद पार्टी ने ये फैसला किया है। कांग्रेस इसकी CBI जांच की मांग कर रही थी और न्याय यात्रा के जरिए बीजेपी सरकार को कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर घेरना चाहती थी, लेकिन DNA रिपोर्ट आने के बाद आरोपी की पहचान हो गई.. जिसके चलते कांग्रेस ने यू-टर्न ले लिया, लेकिन इस पर सियासत गरमा गई बीजेपी ने इसे कांग्रेस की अंदरुनी कलह और गुटबाजी से जोड़ दिया। कांग्रेस ने भले ‘न्याय यात्रा’ रद्द कर दी है, लेकिन 21 अप्रैल को मुख्यमंत्री निवास घेरने का कार्यक्रम पहले की तरह रखा है। बीजेपी के तंज का पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कुछ यूं पलटवार किया है।
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छत्तीसगढ़ में जब से बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई है। लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे को कांग्रेस जोर-शोर से उठाती आई है। दुर्ग केस की DNA रिपोर्ट से भले कांग्रेस को कदम पीछे खींचने पड़े हों लेकिन 21 अप्रैल को कांग्रेस बड़ी सभा करने जा रही है… वहीं सीएम हाउस घेराव के जरिए लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे को गरमाए रखना चाहती है।