शह मात The Big Debate: झीरम की राख..आरोपों की नई चिंगारी! 5 साल के कांग्रेस राज में क्यों नहीं खुली हकीकत?
Jhiram Attack: झीरम की राख..आरोपों की नई चिंगारी! 5 साल के कांग्रेस राज में क्यों नहीं खुली हकीकत?
Jhiram Attack
- कांग्रेस ने नड्डा और रमन सिंह के नार्को टेस्ट की मांग की
- भाजपा ने कहा कि NIA रिपोर्ट क्यों नहीं आई
- झीरम कांड पर दोनों दलों की बयानबाजी से प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा
रायपुर: Jhiram Attack बीते 2 दिन से इस मुद्दे को एक बार फिर छत्तीसगढ़ की राजनीति में उबाल देखने को मिल रहा है। मगर इस बार आरोपो की धार पहले से ज्यादा नजर आ रही है एक तरफ कांग्रेस ने नार्को टेस्ट की मांग की तो वही झीरम पीड़ितों ने इस पूरी घटना को सुपारी किलींग करार दिया।
Jhiram Attack जनादेश परब के मंच से नड्डा ने झीरम कांड के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराया तो..उसके अगले ही दिन कांग्रेस नेता मैदान में उतरे और बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर ताबड़तोड़ हमले किए। कांग्रेस ने सीधे-सीधे रमन सिंह और नड्डा के के नार्को टेस्ट की मांग कर डाली।
बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से तीखे बयानों ने नें ठंड में गिरते पारे के बीच प्रदेस के सियासी पारे को हाई कर दिया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने सिरफ नार्को टेस्ट की मांग नही की बल्कि ये आरोप भी लगाया की साल 2013 में जेपी नड्डा भाजपा के प्रदेश प्रभारी थे, यदि वे दावे कर रहे हैं, तो सबूत होने चाहिए।
कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया कि यूपीए सरकार ने घटना की जांच NIA को सौंपी थी, कांग्रेसी बताएं NIA की जांच रिपोर्ट आज तक क्यों नहीं आई।
झीरम के राख ने नइ चिंगारी तो जला दी मगर सवाल आज भी वही है जो कल था। क्या सियासी बयानबाजी से झीरम का सच सामने आ पाएगा। झीरम घटना को याद करना POLITICAL MILEGE है जो दोनो पार्टी कल भी लेती रही है और आज भी जारी है।

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