इंदौर। भय्यू महाराज आत्महत्या केस में आजाद नगर सीएसपी सुरेंद्र सिंह तोमर ने 366 पेज का चालान कोर्ट में पेश किया। इसमें भय्यू महाराज की आत्महत्या के पीछे सेवादार विनायक दुधाले, पलक पुराणिक और शरद देशमुख की ब्लैकमेलिंग का जिक्र है।
भय्यू महाराज को ब्लैकमेल किया जा रहा था, इसके सबूत भी महाराज की पत्नी डॉ आयुषी ने पुलिस को सौपे हैं। इसमे भय्यू महाराज का ब्लैंक चेक शामिल है। भय्यू महाराज की आत्महत्या के मामले में मुख्य सेवादार शरद, विनायक और पलक पुराणिक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, जबर्दस्ती वसूली करने व संपत्ति हथियाने के लिए षड्यंत्र करने का आरोप है।
एसएसपी रूचि वर्धन मिश्र के मुताबिक पेश किए गए चालान में बताया गया है कि पलक, विनायक व शरद महाराज को डिप्रेशन की बीमारी होने पर डॉक्टरों की दवाओं के बदले हाईडोज दवाएं देते थे। फिर उनसे अश्लील चैटिंग कर तीनों ने षड्यंत्रपूर्वक महाराज को अपने जाल में फंसा लिया था। इसी तनाव में वे और डिप्रेशन में चले गए।
यह भी पढ़ें : पत्नी ने दोस्त संग मिलकर रची थी पति की हत्या की साजिश, जानिए पूरा माजरा
पुलिस ने चालान रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया है कि जो सुसाइड नोट महाराज ने सेवादार विनायक के नाम लिखा था, वह भी डिप्रेशन की दवा के नशे में सेवादारों ने षड्यंत्र के तहत आत्महत्या के पहले लिखवाया था। तीनो ही आरोपियो ने मिलकर महाराज को ब्लैकमेल किया और उनसे रुपए भी वसूले हैं। भय्यू महाराज की पत्नी डॉ आयुषी ने जो ब्लैंक चेक सौंपे है वो इस बात का सबूत है।