रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट पर दिनभर हुई चर्चा के बाद 4341 करोड़ 52 लाख रूपए का अनुपूरक बजट पास हो गया है। विधायकों ने अनुपूरक बजट के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। सदन में अनुपूरक बजट की चर्चा के दौरान सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि अनुपूरक बजट छह महीने का लेखा जोखा है। इन महीनों में हमने कई बड़े काम किए। हम पुरखों के सपनों को पूरा कर रहे हैं। हमनें जो फैसले लिए है वो दशकों में नहीं लिए जा सकते। विरोध करने वाले बताएं कि आप हमारी कौन सी योजना से असहमत हैं। 10 दिन के भीतर हमने कर्जा माफ किया।
उन्होंने आगे कहा कि हमनें 19 लाख किसानों के 11 हजार करोड़ रुपए माफ किया। हमनें बिजली बिल हाफ किया। तेन्दुपत्ता संग्रहक को प्रति मानक बोरा 4000 रुपए दे रहे हैं। कांग्रेस सरकार प्रदेश में गौ माता की सेवा कर रह है। जैविक खेती के माध्यम से राज्य समृद्ध होगा। पूरा देश पानी को लेकर चिंतित है, लेकिन हमारे नरवा घुरूवा गरवा योजना की तारीफ भारत सरकार ने भी की है। हरेली के दिन आप सब अपने क्षेत्र में गौठान का उद्घाटन करिए और कोई सुझाव हो तो सदन में प्रस्तूत करें।
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इससे पहले अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा था कि राजनांदग़ांव, रायगढ़ और जगदलपुर मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य अभी तक अधूरा है। वहीं, राजनांदगांव के मेडिकल कॉलेज में 100 रुपए का टोकन शुरू कर दिया गया है जो काफी हास्यास्पद है। हमने रोड, एयर और इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ाने का काम किया है।
इस दौरान डॉ रमन सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायती राज का पैसा नरवा, गरुवा, घुरवा, बारी योजना में उपयोग किया जा रहा है। कर्ज 15000 करोड़ तक पहुंच गया है और प्रदेश में विकास कार्य ठप्प है। हमारी पुरानी स्काई योजना को सरकार ने स्वीकार किया है। किसानों का कर्ज दस दिन में माफ करने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक सरकारी बैंको का ही 62% कर्ज माफ हो पाया है। अभी सभी कर्ज माफी के लिए 1200 करोड़ की और आवश्यकता है। अनुपूरक बजट में राजस्व व्यय 95% है और पूंजीगत व्यय 4 % राजस्व घाटा 3% बढ़ गया है।