electricrity bil hike in MP : भोपाल। मध्यप्रदेश में नए साल की शुरुआत बिजली की मंहगाई से हुई है। प्रदेश में बिजली बिलों के साथ वसूले जाने वाले एफसीए यानि फ्यूल कॉस्ट एडजेस्टमेंट की दर 14 पैसे प्रति यूनिट बढ़ा दी गई है। एफसीए बढ़ने से 300 यूनिट तक बिजली जलाने वाले उपभोक्ताओं को 47 रुपए एफसीए चुकाना होगा।
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बिजली कंपनियां तेल और कोयले की कीमत के आधार पर हर तीन माह में एफसीए का निर्धारण करती हैं। पिछली तिमाही में एफसीए माईनस सात पैसे प्रति यूनिट था जिससे बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिलों में छूट मिलती थी, लेकिन अब एफसीए 7 पैसे प्रति यूनिट बढ़ा दिया गया है जिससे उपभोक्ताओं को 14 पैसे प्रति यूनिट का भार उठाना होगा। एफसीए की ये दर 31 मार्च 2022 तक लागू रहेगी जिसके बाद फिर एफसीए का नया निर्धारण होगा।
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इधर राज्य विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश में बिजली के दाम बढ़ाने की मांग वाली बिजली कंपनियों की टैरिफ याचिका भी सुनवाई के लिए मंजूर कर ली है। नियामक आयोग ने एक पब्लिक नोटिस जारी कर बिजली के दाम बढ़ाने पर आपत्तियां बुलाई हैं जिन्हें 21 जनवरी तक दायर किया जा सकता है।
नियामक आयोग 8 और 10 फरवरी को जनसुनवाई के बाद प्रदेश में बिजली के दाम बढ़ाने पर फैसला लेगा। बता दें कि प्रदेश की बिजली कंपनियों ने करीब 4 हजार करोड़ का घाटा बताकर साल 2022-23 में बिजली के दाम औसतन 8.71 फीसदी बढ़ाने की मांग की है। इसमें घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली 9.97 फीसदी यानि करीब 10 फीसदी मंहगी करने की मांग है जबकि खेती के लिए दी जाने वाली बिजली के दाम 10.61 फीसदी बढ़ाने की मांग की गई है।
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