भोपाल, मध्यप्रदेश। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को टाल सकती है। मुख्यमंत्री शिवराज ने आज 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बयान दिया। कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए सीएम ने कहा कि हम बच्चों को संकट में नहीं डालेंगे।
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बता दें कि प्रदेश में 30 अप्रैल से हाईस्कूल और एक मई से हायर सेकंडरी परीक्षाएं शुरू होनी है। इस बीच प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में अब परीक्षा होने को लेकर असमंजस की स्थिति बनती जा रही है। बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते अभिभावक ही नहीं, सरकार भी चिंतित है और परीक्षा की तारीख में संशोधन पर विचार कर रही है।
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सरकार ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा। दूसरी ओर सरकार परीक्षा को लेकर विकल्प भी तलाश रही है। वहीं अगर परीक्षा से पहले कोरोना के केस में कमी हो गई तो सरकार तय समय में ही परीक्षा आयोजित करेगी। सरकार कुछ भी फैसला लेने से पहले जिला कलेक्टरों से चर्चा करेगी। इसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
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9वीं और 11वीं के छात्रों को दिए ये दो विकल्प
मध्यप्रदेश में 9वीं और 11वीं की परीक्षाओं को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया हैं। आदेश के मुताबिक परीक्षाओं के लिए छात्रों को 2 विकल्प दिए गए हैं, छात्र ऑनलाइन या प्रश्न पत्र घर ले जाकर परीक्षा दे सकते हैं। लेकिन तय समय सीमा में हल किया हुआ आंसर शीट जमा करना होगा। वहीं निजी स्कूलों को सिर्फ एक ही विकल्प चुनना होगा। इसी पैटर्न पर 10वीं और 12वीं की प्री बोर्ड परीक्षा भी होगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने ये आदेश जारी किए हैं।
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