श्मशान के नजदीक की जमीन विश्वविद्यालय के लिए ठीक नहीं, सवा करोड़ खर्च होने के बाद प्रबंधन ने की स्थान बदलने की मांग

श्मशान के नजदीक की जमीन विश्वविद्यालय के लिए ठीक नहीं, सवा करोड़ खर्च होने के बाद प्रबंधन ने की स्थान बदलने की मांग

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  • Publish Date - October 20, 2019 / 06:41 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:56 PM IST

दुर्ग । हेमचंद विश्वविद्यालय की दुर्ग के पोटियाकला में बनने वाली नई बिल्डिंग का निमार्ण खटाई में पड़ सकता है। दरअसल हेमचंद विश्वविदयालय के गठन के बाद विश्वविदयालय भवन निर्माण के लिए दुर्ग के पोटियाकला में 40 एकड भूमि शासन द्वारा आवंटित की गई थी। इसका प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने भूमिपूजन भी किया था। लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन की रूचि इसके निर्माण की ओर नहीं है ।

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दरअसल जिस स्थल का चयन विश्वविदयालय की बिल्डिंग के लिए किया गया है, वो पांच भागों में बंटी हुई है। इसके अलावा समीप ही टेचिंग ग्राउंड और श्मशान घाट भी है जो पढाई के लिए बिल्कुल अनूकूल नहीं माना जा सकता। वहीं ढलान क्षेत्र में होने की वजह से अक्सर जमीन पर पानी भरा होता है। लिहाजा विश्वविदयालय प्रबंधन अब शासन से इस संबंध में मुलाकात कर अपनी समस्या बताते हुए विश्वविदयालय की बिल्डिंग किसी दूसरे स्थान पर शिफट करने की मांग करेगा।

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शासन द्वारा विश्विद्यालय के प्रशासनिक भवन निर्माण के लिए 14 करोड़ रूपये वर्तमान में स्वीकृत किये गए थे, जिसमें से लगभग सवा करोड़ की राशि यहां हो रहे निर्माण में खर्च भी की जा चुकी है । अब ऐसे में विश्विद्यालय के पूर्ण निर्माण को लेकर विश्विद्यालय के कार्यपरिषद ने इस स्थान को परिवर्तित किये जाने पर अपनी सहमति देते हुए राज्य शासन से समस्या से अवगत करते हुए स्थल परिवर्तन की मांग करेंगे। वर्तमान में विश्विद्यालय का प्रशासनिक भवन पुराने शासकीय गर्ल्स कालेज भवन में स्थापित है।

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