दिल्ली की जेलों से 419 कैदी रिहा, कोरोना संक्रमण से सावधानी के कारण हुई रिहाई

दिल्ली की जेलों से 419 कैदी रिहा, कोरोना संक्रमण से सावधानी के कारण हुई रिहाई

दिल्ली की जेलों से 419 कैदी रिहा, कोरोना संक्रमण से सावधानी के कारण हुई रिहाई
Modified Date: November 29, 2022 / 08:03 pm IST
Published Date: March 29, 2020 5:43 am IST

नई दिल्ली। कोरोना वायरस इंसान के इंसान से छूने से ही फैल रही है, दुनिया की शायद ही ऐसी कोई जेल हो जिसमें कैदियों की संख्या निर्धारित संख्या से कई गुना अधिक न हो, ऐसे में भला कोरोना के साइड इफेक्ट्स से एशिया की सबसे मजबूत तिहाड़ जेल भी कैसे सेफ रह सकती है। इसी के चलते और सोशल डिस्टेंशिंग को कड़ाई से लागू करने की उम्मीद में दिल्ली की जेलों से शनिवार को करीब 419 कैदी रिहा कर दिए गए।

ये भी पढ़ें:कालाबाजारी की तो कर दी जाएगी दुकान सील, लाइसेंस निरस्त करने के साथ तत्काल वसूला जाएगा जुर्माना

दिल्ली जेल के महानिरीक्षक जेल और दिल्ली जेल प्रवक्ता राज कुमार ने कहा, अलग जेलों से काफी कैदियों की रिहाई की गई है, दिल्ली की जेलों से शनिवार को रिहा होने वाले कैदियों में सबसे ज्यादा संख्या अंतरिम जमानत की श्रेणी वाले कैदियों की (356) है। जेल महानिरीक्षक ने आगे कहा, “63 कैदियों को आपातकालीन (आकस्मिक) पैरोल पर रिहा किया गया है।”

 ⁠

ये भी पढ़ें:ऑनलाइन भुगतान करिए 50 प्रतिशत तक की छूट पाइए, लॉकडा…

उल्लेखनीय है कि अंतरिम जमानत के तहत कैदी को 45 दिन के लिए रिहा किया जाता है। जबकि आकस्मिक पैरोल पर कैदी 8 सप्ताह जेल से बाहर रह सकता है, यह तमाम कसरत जेल में बंद कैदियों की तादाद को कम करके सोशल डिस्टेंसिंग की उम्मीद में की गई है।

ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस: सांसद राकेश सिंह ने सांसद निधि से दिए…

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली की सभी जेलों में कैदियों को बंद रखने की क्षमता 10 हजार के करीब है, इसके बावजूद दिल्ली की जेलों में करीब 17500 कैदी बंद हैं, यहां यह भी बताना जरूरी है कि दिल्ली जेल महानिदेशालय करीब 3000 कैदी फिलहाल कुछ समय के लिए रिहा करने की सोच रहा है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग फार्मूला ठीक से अमल में लाकर कोरोना को हराया जा सके।

ये भी पढ़ें: जब महिला एसआई ने युवक के माथे पर लिख दिया, मैं… क…


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com