फरीदाबाद (हरियाणा), नौ फरवरी (भाषा) फरीदाबाद में फर्जी पते का इस्तेमाल कर पासपोर्ट हासिल करने के आरोप में 39 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और एक पूर्व थाना प्रभारी समेत 13 पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच की सिफारिश की गई है।
ऐसा आरोप है कि इन पुलिसकर्मियों की मिलीभगत के कारण आरोपियों के पुलिस सत्यापन की प्रक्रिया में लापरवाही बरती गई।
क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय की शिकायत के बाद शुरू की गई जांच के बाद इन 39 पासपोर्ट धारकों के खिलाफ सारन थाने में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय को सूचना मिली थी कि फरीदाबाद की जवाहर कॉलोनी में कुछ लोगों ने फर्जी पते पर पासपोर्ट बनवाए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल 23 जनवरी को पासपोर्ट अधिकारियों ने फरीदाबाद पुलिस को 39 पासपोर्ट धारकों की सूची के साथ जांच के लिए एक पत्र भेजा था।
जांच के दौरान एसीपी तिगांव ने पाया कि सभी 39 पासपोर्ट फर्जी पते पर जारी किए गए थे और उन्होंने सत्यापन के दौरान लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की पहचान की।
पिछले साल जून में भी इसी तरह का मामला सामने आया था, जब मुजेसर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी लेकिन पुलिस अभी तक जिम्मेदार व्यक्तियों का पता नहीं लगा पाई है। नवंबर 2023 में, फर्जी पते पर जारी किए गए पासपोर्ट से जुड़ा एक और मामला सारन थाने में दर्ज किया गया था।
ताजा मामले में प्राथमिकी के अनुसार, ‘‘जांच में यह भी पता चला है कि हेड कांस्टेबल सतेंद्र, ईएचसी दिलदार, कांस्टेबल राकेश, कांस्टेबल अमन और कांस्टेबल राकेश ने लापरवाही बरती।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आवेदकों के सत्यापन प्रपत्र पर पूर्व थाना प्रभारी उपनिरीक्षक गुणपाल और एक अन्य उपनिरीक्षक रामकिशन ने हस्ताक्षर किए थे। इसके अलावा पासपोर्ट सत्यापन पर महिला उपनिरीक्षक पवित्रा, एसआई अरविंद मोहन और एसआई संदीप ने सत्यापनकर्ता और जांच अधिकारी के तौर पर हस्ताक्षर किए थे। पासपोर्ट आवेदकों के रिकॉर्ड की जांच कांस्टेबल सुनील ने की थी।’’
प्राथमिकी में कहा गया है, ‘‘इन पुलिसकर्मियों ने 39 पासपोर्ट आवेदकों के पते पर जाकर उनकी ठीक से जांच नहीं कर घोर लापरवाही बरती। इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच की सिफारिश की गई है।’’
सारन थाने के थाना प्रभारी निरीक्षक कृष्ण कुमार ने बताया कि फर्जी पते पर पासपोर्ट बनवाने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
भाषा सं
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