कश्मीर में आतंकी सब्जार के खात्मे के बाद अब भी 12 आतंकी हैं सेना के रडार पर

कश्मीर में आतंकी सब्जार के खात्मे के बाद अब भी 12 आतंकी हैं सेना के रडार पर

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  • Publish Date - May 31, 2017 / 05:14 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:16 PM IST

 

दक्षिण कश्मीर में सक्रिय हिज्ब आतंकी सब्जार को मार गिराने के बाद लश्कर का नामी कमांडर दुजाना, हिज्ब का यासीन यत्तू व जाकिर मूसा के अलावा जैश कमांडर अबु हमास समेत 12 दुर्दात आतंकी सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर हैं। 

चिन्हित किए गए इन आतंकियों में हिज्ब के पांच, लश्कर के छह और जैश-ए-मोहम्मद का एक आतंकी शामिल है। कश्मीर में कई आतंकी हमलों में शामिल ये सभी ए प्लस श्रेणी के हैं। इस सूची में सिर्फ दुजाना और हमास ही विदेशी हैं, अन्य सभी स्थानीय आतंकी हैं। इन आतंकी कमांडरों को जिंदा अथवा मुर्दा पक़़डने के लिए सभी सुरक्षा एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं।

माना जा रहा है कि इन कमांडरों के सफाए के बाद कश्मीर में आतंकी हमलों में कमी आएगी और युवाओं की आतंकी संगठनों में नई भर्ती पर भी लगाम लगेगी। इसके बाद दबाव की रणनीति शुरू कर हाल ही में आतंकी बनने वाले ल़़डकों को मुख्यधारा में लाने के प्रयास होंगे। इस समय दक्षिण कश्मीर में लगभग 115 आतंकी सक्रिय हैं। इनमें से करीब 99 स्थानीय हैं, लेकिन सुरक्षाबलों ने सिर्फ 12 प्रमुख कमांडरों को ही सबसे पहले जिंदा अथवा मुर्दा पक़़डने के लिए चिन्हित किया है।

ये हैं पहले तीन दुर्दात आतंकी कमांडर

सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर पहला नंबर लश्कर के मोस्ट वांटेड अबु दुजाना उर्फ हाफिज का है। वह दिसंबर 2014 से सक्रिय है और ऊधमपुर हाईवे पर हमले के साथ कई वारदातों में शामिल रह चुका है। वह सुरक्षाबलों के घेरे में कई बार फंसा, लेकिन हर बार बच निकला। जिला ब़़डगाम के चाडूरा का रहने वाला हिज्ब आतंकी यासीन यत्तू (कोड नेम : गजनवी व मंसूर) दूसरे नंबर पर है। यत्तू ही दक्षिण कश्मीर और सेंट्रल कश्मीर में हिज्ब की नई पौध को सींच रहा है।

हिजबुल मुजाहिदीन से नाता तोड़ने वाले हिज्ब के पूर्व डिवीजनल कमांडर जाकिर रशीद बट उर्फ मूसा का तीसरा नंबर आता है। मूसा ने ही हाल ही में अलगाववादियों का सिर काटकर लाल चौक में लटकाने की धमकी दी थी।

इन आतंकी कमांडरों की भी तलाश

चिन्हित 12 आतंकी कमांडरों में अल्ताफ अहमद उर्फ काचरू भी है। दक्षिण कश्मीर में जिला कुलगाम का रहने वाला काचरू हिज्ब में जिला कमांडर है। उसके साथ ही टकुम (अवंतीपोर) का रहने वाला रियाज अहमद नायकू उर्फ जुबैर उल-इस्लाम है। जबकि जैश का अबु हमास बीते एक साल से दक्षिण कश्मीर में अपना आधार बढ़ा रहा है। सद्दाम पडर उर्फ जैद की भी सरगर्मी से तलाश है। वह भी बुरहान गुट के जिंदा बचे आतंकियों में एक है। हिज्ब ने उसे जिला शोपियां की कमान सौंप रखी है।

सुरक्षाबलों की गई सूची में हफ श्रीमाल का रहने वाला लश्कर आतंकी वसीम अहमद भी है। सोफशाली कोकरनाग का रहने वाला बशीर अहमद वानी उर्फ लश्कर का जिला कमांडर है। नए लड़कों की भर्ती में जुटा जिला शोपियां के सुगन गांव का रहने वाला लश्कर आतंकी जीनत उल इस्लाम उर्फ अलकामा भी इस सूची में है। उसके साथ ही जुनैद मट्टू उर्फ कांदरू निवासी खुडवनी कुलगाम की भी तलाश की जा रही है। लश्कर के शौकत अहमद टाक उर्फ हुजैफा निवासी पंजगाम (पुलवामा) को भी सुरक्षाबल मौका मिलते ही मार गिराने के लिए तैयार बैठे हैं।