अहमदाबाद विमान दुर्घटना: मेडिकल कॉलेज परिसर में बिखरा मलबा, झुलसे हुए शव देखे गए

अहमदाबाद विमान दुर्घटना: मेडिकल कॉलेज परिसर में बिखरा मलबा, झुलसे हुए शव देखे गए

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  • Publish Date - June 12, 2025 / 07:37 PM IST,
    Updated On - June 12, 2025 / 07:37 PM IST

अहमदाबाद, 12 जून (भाषा) अहमदाबाद हवाई अड्डे से बृहस्पतिवार दोपहर उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के ‘बोइंग 787 ड्रीमलाइनर’ विमान (एआई171) का मलबा बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में चिकित्सकों के छात्रावास व आवासीय क्वार्टरों के आसपास बिखरा हुआ है।

गुजरात के इतिहास में सबसे भीषण दुर्घटनाओं में से एक इस विमान हादसे के बाद वायरल हुए वीडियो में मलबे में झुलसे हुए शव भी दिखाई दे रहे हैं।

सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद 242 यात्रियों को लेकर अहमदाबाद से लंदन जा रहा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

दुर्घटनास्थल के आसपास का इलाका घनी आबादी वाला है।

पूरे दुर्घटनास्थल की घेराबंदी कर दी गई है और बचे हुए लोगों की जान बचाने तथा शवों को निकालने का काम जारी है।

विमान ने अपराह्न एक बजकर 39 मिनट पर उड़ान भरी और इसके तुरंत बाद ही यह बीजे मेडिकल कॉलेज एवं सदर अस्पताल के चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के छात्रावास तथा आवासीय क्वार्टरों के ऊपर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

विमान का एक हिस्सा पांच मंजिला इमारत से बाहर निकला हुआ था। चश्मदीद हरेश शाह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले बहुत तेजी से नीचे आ रहा था।”

उन्होंने कहा, “इमारत से टकराने पर धमाके जैसी आवाज आई और विमान व इमारत में आग लग गई।”

घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले स्थानीय निवासियों ने यात्रियों के साथ-साथ इमारत में मौजूद लोगों को बचाने की कोशिश की।

निवासियों द्वारा मोबाइल फोन पर शूट किए गए शुरुआती फुटेज में मलबे के बीच झुलसे हुए शव दिखाई दिए।

एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “विमान छात्रावास के डाइनिंग हॉल (खाना खाने की जगह) से टकराया, जहां लोग मौजूद थे। उनमें से कई घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया।”

अहमदाबाद शहर के पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने बताया कि बचाव अभियान अब भी जारी है और बचावकर्मी जीवित बचे लोगों को खोजने की कोशिश कर रहे हैं।

बचाव अभियान में सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), स्थानीय पुलिस और राज्य रिजर्व पुलिस बल शामिल हैं।

अस्पताल-कॉलेज परिसर में खड़ी कई कारें एवं अन्य वाहन भी आग की चपेट में आ गए।

भाषा जितेंद्र रंजन

रंजन