अमर्त्य सेन ने विश्वभारती को पत्र लिखकर ‘‘अवैध’’ कब्जे का आरोप वापस लेने को कहा, विश्वविद्यालय ने लगाया है गंभीर आरोप

अमर्त्य सेन ने विश्वभारती को पत्र लिखकर ‘‘अवैध’’ कब्जे का आरोप वापस लेने को कहा, विश्वविद्यालय ने लगाया है गंभीर आरोप

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  • Publish Date - January 18, 2021 / 08:05 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:36 PM IST

कोलकाता, 18 जनवरी (भाषा) । नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने सोमवार को विश्वभारती विश्वविद्यालय को पत्र लिखकर उनके परिवार के खिलाफ लगाए गए आरोपों को वापस लेने को कहा है। विश्वविद्यालय ने पिछले दिनों आरोप लगाया था कि सेन के परिवार ने शांतिनिकेतन के परिसर में एक जमीन पर ‘‘अवैध’’ कब्जा कर रखा है।
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सेन ने इस संबंध में विश्वभारती के कुलपति प्रोफेसर विद्युत चक्रवर्ती को पत्र लिखा है। दो दिन पहले ही केंद्रीय विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने राज्य सरकार से विवाद के स्थायी समाधान के लिए शांतिनिकेतन में सेन के नियंत्रण वाली जमीन की माप कराने को कहा था।
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प्रख्यात अर्थशास्त्री ने अपने पत्र में कहा कि उनके पिता ने विश्वभारती से नहीं, बाजार से ‘फ्री होल्ड’ जमीन खरीदी थी और वह इसके लिए कर भी चुका रहे हैं।

पत्र पर विश्वभारती के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पाया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत राज्य के कई बुद्धिजीवियों ने विवाद में अर्थशास्त्री का समर्थन किया था।