कोलकाता, 20 फरवरी (भाषा) महाकुंभ को “मृत्यु कुंभ” बताने वाली अपनी टिप्पणी से उपजे विवाद के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह सभी धर्मों और संस्कृतियों का सम्मान करती हैं।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ने इस बात पर जोर दिया कि धर्म किसी एक व्यक्ति का हो सकता है, लेकिन धार्मिक उत्सव सभी के लिए होते हैं।
ममता ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में बोलते हुए प्रयागराज में जारी महाकुंभ मेले के प्रबंधन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि यह आयोजन “मृत्यु कुंभ” में बदल गया है, जिसमें भगदड़ की घटनाओं में लोगों की जान जा रही है। ममता ने अधिकारियों पर मृतकों की वास्तवित संख्या छिपाने का आरोप भी लगाया था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी को लेकर उन पर हमलावर है।
ममता ने कहा, “किसने कहा कि मैं अपने धर्म का सम्मान नहीं करता? याद रखिए, धर्म एक व्यक्ति का होता है, लेकिन त्योहार सभी के लिए होते हैं। हमारे देश में कई राज्य हैं और हर राज्य की भाषा, शिक्षा, रहन-सहन, संस्कृति और मान्यताएं अलग-अलग हैं। लेकिन हम सभी संस्कृतियों का सम्मान करते हैं। इसीलिए विविधता में एकता हमारा दर्शन और विचारधारा है।”
मुख्यमंत्री यहां न्यूटाउन में नारायण हेल्थ सिटी की आधारशिला रखने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा, “कभी-कभी लोग मुझसे पूछते हैं कि आप पुरुष हैं या महिला, तो मैं जवाब देती हूं कि मैं खुद को इंसान मानती हूं और मानवता मेरा विषय है।”
भाषा पारुल माधव
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