चंडीगढ़, दो अक्टूबर (भाषा) सीमा पार से हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले एक गिरोह का अमृतसर में भंडाफोड़ हुआ है और इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों से 1.50 किलोग्राम हेरोइन और 12 पिस्तौल बरामद किए गए हैं।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान तरनतारन के गांव मारी मेघा निवासी जोबन सिंह (22), करणदीप सिंह उर्फ पंडित (19) और अजयपाल सिंह (18), अमृतसर के गांव रानिया निवासी जशनप्रीत सिंह (18) के रूप में हुई, जबकि 16-वर्षीय एक किशोर को भी हिरासत में लिया गया है।
यादव ने बताया कि कि शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि गिरफ्तार आरोपियों में शामिल जोबन सिंह और जशनप्रीत सिंह पाकिस्तान स्थित तस्करों के सीधे संपर्क में थे। उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से 12 पिस्तौल और 1.50 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई।
डीजीपी ने कहा कि इन खेपों का उद्देश्य पंजाब में अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता को बढ़ावा देना है।
राज्य के पुलिस प्रमुख ने कहा, ‘‘इस नेटवर्क का पता लगाने के लिए जांच जारी है।’’
अमृतसर के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि गेट हकीमा क्षेत्र में एक जांच चौकी पर पुलिस टीम ने जोबन सिंह, करणदीप सिंह उर्फ पंडित और अजयपाल सिंह को गिरफ्तार किया और उनके पास से प्वॉइंट 30 बोर की पांच पिस्तौलें बरामद की।
भुल्लर ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी एक ही गांव मारी मेघा के हैं, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक स्थित है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान स्थित तस्कर हथियारों और नशीले पदार्थों की खेप गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे थे।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि गिरफ्तार तीनों आरोपियों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर जोबन सिंह के साथी जशनप्रीत सिंह को सात पिस्तौलों के साथ गिरफ्तार किया गया, जबकि इसी सिलसिले में एक किशोर को हिरासत में लिया गया।
उन्होंने बताया कि जोबन सिंह से पूछताछ के दौरान 1.5 किलोग्राम हेरोइन की खेप के बारे में जानकारी दी, जिसे उसकी निशानदेही पर बरामद किया गया।
डीजीपी के मुताबिक अमृतसर के गेट हकीमा पुलिस थाना में शस्त्र अधिनियम और स्वापक औषधि और मन प्रभावी पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भाषा धीरज सुरेश
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