जयपुर, 17 अक्टूबर (भाषा) सेना की जयपुर स्थित ‘सप्त शक्ति इंजीनियर्स’ ने बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में प्रौद्योगिकी अवशोषण (टेक्नोलॉजी अब्सॉर्प्शन) के लिए परिवर्तनकारी रूपरेखा तैयार करने के लिए बृहस्पतिवार को एक सेमिनार का आयोजन किया।
सेना प्रवक्ता कर्नल अमिताभ शर्मा ने एक बयान में बताया कि यह सेमिनार वर्ष 2024 को ‘ईयर फॉर टेक्नोलॉजी अब्सॉर्प्शन’ के रूप में घोषित करने की भारतीय सेना की पहल के रूप में आयोजित किया गया।
उन्होंने बताया कि सेमिनार में कृत्रिम बुद्धिमता (एआई), तीव्र निर्माण तकनीकों और सतत इंजीनियरिंग तौर-तरीकों में नवीनतम प्रगति पर चर्चा करने के लिए आईआईटी और उद्योग के प्रमुख विशेषज्ञ एक साथ आए।
शर्मा ने बताया कि सेमिनार के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए सेना कमांडर ने अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाने की तत्काल जरूरतों पर प्रकाश डाला ताकि बेहतर गति और गुणवत्ता के साथ बुनियादी ढांचे के विकास में क्रांति लायी जा सके। उन्होंने बताया कि ‘सप्त शक्ति इंजीनियर्स’ ने सैन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की गति, गुणवत्ता और स्थिरता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीक को अपनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
भाषा कुंज खारी जितेंद्र
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