अरुणाचल का शहरी परिवर्तन केंद्र और राज्य की योजनाओं से प्रेरित: खांडू

अरुणाचल का शहरी परिवर्तन केंद्र और राज्य की योजनाओं से प्रेरित: खांडू

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  • Publish Date - October 18, 2025 / 08:29 PM IST,
    Updated On - October 18, 2025 / 08:29 PM IST

ईटानगर, 18 अक्टूबर (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने शनिवार को शहरी विकास में राज्य की महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला, तथा समावेशी और टिकाऊ पहलों के माध्यम से प्रत्येक नागरिक के लिए सम्मान, आराम और बेहतर जीवन स्तर सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

सोशल मीडिया पर एक ‘इन्फोग्राफिक’ साझा करते हुए खांडू ने कहा कि राज्य का शहरी परिवर्तन प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी), उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत मिशन 2.0 और जल जीवन मिशन सहित प्रमुख केंद्रीय और राज्य योजनाओं के संयोजन से प्रेरित है।

खांडू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘किफायती आवास से लेकर स्वच्छ खाना पकाने, सुरक्षित पेयजल से लेकर वैज्ञानिक अपशिष्ट प्रबंधन तक, हमारी शहरी विकास यात्रा प्रत्येक नागरिक के लिए सम्मान, आराम और बेहतर जीवन स्तर सुनिश्चित कर रही है।’’

‘पेमा 3.0 – सुधार और विकास का वर्ष: शहरी विकास’ शीर्षक वाले इन्फोग्राफिक में कई प्रमुख कार्यक्रमों के तहत प्रमुख उपलब्धियों को प्रस्तुत किया गया है।

प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत, राज्य ने 6,459 लाभार्थियों को कवर किया है, जिससे शहरी क्षेत्रों में किफायती आवास उपलब्ध हो रहे हैं। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और उज्ज्वला 2.0 के तहत 49,000 से ज्यादा एलपीजी कनेक्शन वितरित किए गए हैं, जिससे खाना पकाने की प्रदूषण रहित प्रक्रिया में योगदान मिला है और घरेलू स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।

स्वच्छता के मोर्चे पर, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को मजबूत करने के लिए 28 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) में सामग्री पुनर्प्राप्ति सुविधाओं (एमआरएफ) के लिए मशीनरी तैनात की गई है, जबकि 16 यूएलबी को स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के तहत लाभान्वित करने की तैयारी है, जिससे स्वच्छ और टिकाऊ शहरी वातावरण को बढ़ावा मिलेगा।

जल जीवन मिशन ने 2.2 लाख से अधिक घरों में घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) प्रदान किए हैं, जो शत-प्रतिशत चालू अवस्था में हैं। इससे सुरक्षित और भरोसे के लायक पेयजल तक पहुंच सुनिश्चित हुई है।

इस बीच, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से, 8.4 लाख लाभार्थियों के बीच 4.5 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न वितरित किया गया, जिससे महत्वपूर्ण खाद्य सुरक्षा सहायता प्रदान की गई।

खांडू ने कहा, ‘‘पीएमएवाई (शहरी), उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत मिशन 2.0 और जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं के माध्यम से हम ऐसे शहरों का निर्माण कर रहे हैं जो अधिक स्वच्छ, हरित और अधिक समावेशी हैं।’’

उन्होंने अपनी सरकार के सतत और समान विकास पर ध्यान केंद्रित करने की बात दोहराई।

भाषा तान्या सुरेश

सुरेश