मोरीगांव, आठ दिसंबर (भाषा) असम के मोरीगांव जिले में सोमवार को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के दौरान एक पुलिसकर्मी सहित कई लोग घायल हो गए। ये प्रदर्शनकारी तीवा परिषद क्षेत्रों को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रहे थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
‘ऑल तीवा स्टूडेंट्स यूनियन’ (एटीएसयू) ने तीवा परिषद क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जागीरोड में विरोध प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय राजमार्ग-27 के एक हिस्से को जाम कर दिया।
एटीएसयू के महासचिव तरुण मादर ने कहा, ‘राज्य और केंद्र की भाजपा की नेतृत्व वाली सरकारों ने तीवा समुदाय की बुनियादी समस्याओं को सुलझाने के प्रति उदासीन रवैया दिखाया है। यदि वे मांगों को पूरा करने में विफल रहते हैं, तो हम जनवरी से आंदोलन तेज करेंगे।’
प्रदर्शनकारी तीवा स्वायत्त परिषद को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने, जनजातीय पट्टी और ब्लॉक से अतिक्रमणकारियों को हटाने तथा टाटा सेमीकंडक्टर इकाई में स्थानीय शिक्षित तीवा युवाओं को रोजगार देने की मांग कर रहे हैं।
इसके अलावा, आंदोलनकारियों ने तीवा भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए एक विशेष शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) आयोजित करने और संविधान की जनजातीय सूची में समुदाय को ‘लालुंग’ के बजाय ‘तीवा’ के रूप में मान्यता देने की भी मांग की है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने काफी समय तक राजमार्ग को अवरुद्ध किया हुआ था, इसलिए उनसे यातायात के लिए रास्ता खाली करने को कहा गया।
उन्होंने कहा, ‘यह राजमार्ग ऊपरी असम को गुवाहाटी से जोड़ने वाला एकमात्र मार्ग है। यदि इसे 30 मिनट के लिए भी रोका जाता है, तो भारी यातायात जाम हो जाता है, जिससे यात्रियों को कठिनाई होती है।’
अधिकारी ने कहा कि जब पुलिस ने राजमार्ग खाली कराने की कोशिश की, तो झड़प होने लगी और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया।
उन्होंने बताया, ‘इस झड़प में एक उप-निरीक्षक घायल हो गया और कुछ प्रदर्शनकारियों को भी मामूली चोटें आईं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।’
अधिकारी ने बताया कि सभी घायलों का उपचार किया गया है।
भाषा
नोमान नरेश
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