औरंगाबाद।अब तक दो गुटों में जाति धर्म संस्कृति को लेकर विवाद होते देखा होगा लेकिन औरंगाबाद में देर रात जो विवाद गहराया है वो दो गुटों के बीच मंदिर और दरगाह में लगे नल कनेक्शन को लेकर शुरू हुए है।
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बताया जा रहा है कि औरंगाबाद शहर में कई धार्मिक स्थलों ने अवैध तरीके से पानी का कनेक्शन लगा रखा था और प्रशासन की टीम इन्ही कनेक्शनों को बंद करने के लिए इन दिनों तेजी से काम कर रही है। उसी के चलते जब प्रशासन के अधिकारी दरगाह में कनेक्शन काटने गए तो वहां के लोगों ने मंदिरों को दिए कनेक्शन पर भी करवाई करने की मांग की. इसी बात को लेकर इलाके में दोनों समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया और रात को कई जगहों पर तोड़फोड़ भी की गई.
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इतना ही नहीं विवाद के बाद पथराव और आगजनी की घटनाए को भी अंजाम दिया गया.विवाद को बढ़ते देख पुलिस ने इलाके में धारा 144 लगा दी है. आपको बता दें कि शाहगंज इलाके में कुछ दुकानों और गाड़ियों को भी आग के हवाले किया गया जिसके बाद पुलिस को भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल भी करना पड़ा. इलाके में अभी भी तनाव बना हुआ है. प्रशासन ने भी सुरक्षा के लिए ज़्यादा फोर्स को वहां पर तैनात किया है. इस पूरे मामले में कुछ लोगों के जख्मी होने की खबर है जिसमें से एक कि हालात गंभीर बताई जा रही है.
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घटना की जानकारी मिलने के बाद जिले के असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर गोवर्धन कोलेकर भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे, जिसके बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए. वहीं इस कार्रवाई का विरोध करते हुए भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया. इस झड़प में असिस्टेंट कमिश्नर गोवर्धन को लेकर, इंस्पेक्टर हेमंत कदम और इंस्पेक्टर श्रीपद परोपकारी समेत कुल 10 लोग से घायल हो गए. इसके बाद तनाव की स्थिति को देखते हुए हिंसाग्रस्त इलाकों में महाराष्ट्र पुलिस के जवानों समेत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की भी तैनाती की गई.
वेब डेस्क IBC24