गुवाहाटी, 27 अप्रैल (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान में बलूचिस्तान आंदोलन मूल निवासियों की स्वतंत्रता की आकांक्षा का प्रतीक है।
शर्मा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘बलूचिस्तान आंदोलन मूल निवासियों की गरिमा, अधिकार और अपने भाग्य पर नियंत्रण की स्थायी आकांक्षा का प्रतीक है – यह एक ऐसा संघर्ष है जो अपार बलिदान और स्वतंत्रता की अटूट भावना से भरा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्वायत्तता के लिए प्रारंभिक वार्ता के बावजूद, मार्च 1948 में इस क्षेत्र को पाकिस्तान ने जबरन अपने में मिला लिया था, जिससे बलूच लोगों में गहरी नाराजगी पैदा हो गई।’’
सरमा ने दावा किया, “पिछले दशकों में राजनीतिक रूप से वंचित, आर्थिक हाशिए पर होने और सांस्कृतिक दमन की भावनाओं ने बार-बार विद्रोहों को बढ़ावा दिया है, विशेष रूप से 1958, 1962, 1973 और 2000 के दशक के आरंभ में।’
भाषा शोभना प्रशांत
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