सांभर हिरण को दिल्ली गोल्फ क्लब से असोला अभयारण्य में स्थानांतरित करने पर रोक |

सांभर हिरण को दिल्ली गोल्फ क्लब से असोला अभयारण्य में स्थानांतरित करने पर रोक

सांभर हिरण को दिल्ली गोल्फ क्लब से असोला अभयारण्य में स्थानांतरित करने पर रोक

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:13 PM IST, Published Date : July 13, 2022/3:59 pm IST

नयी दिल्ली , 13 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी के प्रतिष्ठित गोल्फ क्लब से असोला भट्टी स्थित अभयारण्य में सांभर हिरणों के झुंड को स्थानांतरित करने की दिल्ली वन विभाग की योजना को अभयारण्य की चारदीवारी का निर्माण पूरा होने तक रोक दिया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।

दिल्ली के मध्य में सबसे पुराने और प्रतिष्ठित क्लबों में से एक दिल्ली गोल्फ क्लब (डीजीसी) ने पिछले साल दिल्ली वन एवं वन्यजीव विभाग से संपर्क किया था, जिसमें हिरणों को असोला अभयारण्य में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया गया था, जहां वन्यजीवों की आबादी में वृद्धि देखी जा रही है।

इस बात की स्पष्ट जानकारी नहीं है कि हिरण शुरू से डीजीसी में हैं या किसी ने उन्हें वहां पहुंचाया था। समय के साथ इनकी संख्या में इजाफा हुआ है। डीजीसी में फिलहाल 30 से 40 सांभर हिरण हैं और ये गोल्फ कोर्स की घास को नुकसान पहुंचाते हैं।

गोल्फ क्लब के अधिकारियों ने बताया कि सर्दियों के मौसम में जब भोजन की समस्या आती है तो ये हिरण घास खाना शुरू कर देते हैं, जिससे रखरखाव का खर्च बढ़ जाता है।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अभयारण्य की चारदीवारी हरियाणा की तरफ टूटी हुई है। इस बात की आशंका है कि हिरण अभयारण्य से गुजरने वाली या उससे सटी सड़कों पर चोटिल हो सकते हैं या मारे जा सकते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम निश्चित तौर पर डीजीसी से हिरणों को असोला अभयारण्य में स्थानांतरित करेंगे, लेकिन हम इससे पहले चारदीवारी का निर्माण पूरा कर लेना चाहते हैं।’’

वहीं, एक अन्य अधिकारी ने कहा कि निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन कोई यह नहीं कह सकता है कि इसका निर्माण कब पूरा होगा।

बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी के अनुसार, पिछले छह वर्षों में वन्यजीव अभयारण्य से गुजरने वाली सड़कों पर हुए हादसों में कम से कम पांच तेंदुए मारे जा चुके हैं।

अधिकारियों के अनुसार, वन्यजीव अभयारण्य के आसपास भारी यातायात प्रवाह वाली तीन प्रमुख सड़कें हैं- सूरजकुंड-फरीदाबाद रोड, गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड और महरौली-बदरपुर रोड। दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर को फरीदाबाद के मांगर गांव से जोड़ने वाली एक और सड़क अभयारण्य से होकर गुजरती है।

भाषा रंजन नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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