कोलकाता, 27 दिसंबर (भाषा) आगामी अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले में पिछली बार की तरह ही इस बार भी बांग्लादेश के भाग लेने की संभावना नहीं है, क्योंकि आयोजकों ने शनिवार को कहा कि ऐसी किसी भी भागीदारी के लिए विदेश मंत्रालय (एमईए) से मंजूरी लेना अनिवार्य है।
दर्शकों की संख्या के लिहाज से दुनिया के सबसे बड़े वार्षिक पुस्तक मेले के आयोजक ‘पब्लिशर्स एंड बुकसेलर्स गिल्ड’ के अधिकारी ने कहा कि वे स्टॉल संबंधी स्थान के आवंटन के लिए बांग्लादेश से आए अनुरोधों पर विचार करने में असमर्थ हैं।
गिल्ड के महासचिव त्रिदिब चटर्जी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि सीमा पार से आए किसी भी आवेदन पर विचार करने से पहले विदेश मंत्रालय की मंजूरी अनिवार्य है।’’
चटर्जी ने कहा, ‘‘मेला आयोजित करने के लिए राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा समर्थित एक गैर-आधिकारिक निकाय के रूप में हम अपनी ओर से बांग्लादेश की भागीदारी के बारे में कोई घोषणा नहीं कर सकते। मौजूदा स्थिति में अगर कोई सुरक्षा संबंधी मुद्दा उठता है, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?’’
गिल्ड के एक अन्य पदाधिकारी ने कहा कि 26 दिसंबर को स्टॉल आवंटन के लिए आयोजित लॉटरी के प्रथम दौर से पहले बांग्लादेश के कई प्रकाशकों ने अनौपचारिक रूप से गिल्ड के अधिकारियों से संपर्क किया था, लेकिन उन्हें सूचित किया गया कि विदेश मंत्रालय की मंजूरी के बिना कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले का 49वां संस्करण 22 जनवरी से तीन फरवरी, 2026 तक आयोजित किया जाएगा, जिसका ‘थीम’ देश अर्जेंटीना होगा। इसमें ब्रिटेन, जर्मनी, अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और स्पेन सहित कई अन्य देशों के भी भाग लेने की उम्मीद है।
भाषा संतोष सुरेश
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