Meghalaya Education News
नई दिल्ली : Meghalaya Education News : नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP 2020) के तहत देश की शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। इनमे से एक बड़ा बदलाव बोर्ड परीक्षाओं को लेकर भी होने वाला है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने साल में दो बार बोर्ड परीक्षा करवाने की जानकारी थी। अब इसकी शुरुआत होने जा रही है। मेघालय के शिक्षा मंत्री रक्कम ए संगमा ने कहा कि, राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड अगले साल से कक्षा 10वीं की दो परीक्षाएं आयोजित करेगा।
शिक्षा मंत्री रक्कम ए संगमा ने बताया कि, मेघालय बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (MBOSE) साल 2025 में दो सेकेंडरी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन परीक्षाएं आयोजित करेगा। उन्होंने कहा कि सेकेंडरी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन 2011 के लिए मेघालय बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन रेगुलेशन में संशोधन के इस प्रस्ताव को राज्य कैबिनेट ने शुक्रवार को मंजूरी दे दी है।
Meghalaya Education News : दो SSLC बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने का यह कदम उन छात्रों को दूसरा मौका देने के लिए है जो बोर्ड परीक्षा में पास नहीं हो पाए। संगमा ने कहा, “2025 की शुरुआत से, एमबीओएसई हर साल दो एसएसएलसी बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करेगा। पहली परीक्षा फरवरी या मार्च की शुरुआत में होगी और दूसरी परीक्षा में सभी या कुछ विषयों में फेल होने वाले छात्रों को एक से दो महीने के भीतर फिर से परीक्षा देने का मौका मिलेगा, जो मई में होगी।” शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के चल रहे कार्यान्वयन के अनुरूप है और इसे अटेंप्ट्स के बीच खराब हुए समय को कम करके छात्रों के हित में डिज़ाइन किया गया है।
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Meghalaya Education News : कैबिनेट ने 2026-2027 शैक्षणिक वर्षों से वैकल्पिक पेपर या ‘बेस्ट ऑफ़ फाइव पेपर’ को हटाने के निर्णय को भी मंजूरी दी थी, इसका मतलब है कि 2026-2027 के सभी छात्रों को बोर्ड परीक्षा में सभी छह विषयों में पास होना होगा। कैबिनेट ने मेघालय पब्लिक स्कूल सेवा नियम, मेघालय अधीनस्थ जल संसाधन इंजीनियरिंग सेवा नियम, 2024 और किसान सशक्तिकरण आयोग (संशोधन) विधेयक, 2024 के लिए सेवा नियमों को भी मंजूरी दी।
बता दें कि साल 2025-26 में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के लिए दो प्लान बनाए गए हैं। पहले प्लान में साल में दो बार बोर्ड परीक्षा शामिल है, जिसमें स्टूडेंट्स का बेहतर रिजल्ट होगा उसी को फाइनल माना जाएगा। वहीं दूसरे प्लान में बोर्ड परीक्षाओं को सेमेस्टर वाइज करवाना है। यानी छात्रों को पूरा सिलेबल 6-6 महीने में कवर किया जाएगा और सेमेस्टर वाइज परीक्षा होगी। एक बार फरवरी में और दूसरी बार अप्रैल में बोर्ड परीक्षा होगी।