भाजपा ने बंगाल विस में अपने विधायकों के साथ मारपीट करने का तृणमूल पर आरोप लगाया

भाजपा ने बंगाल विस में अपने विधायकों के साथ मारपीट करने का तृणमूल पर आरोप लगाया

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  • Publish Date - March 28, 2022 / 04:33 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 09:01 PM IST

नयी दिल्ली, 28 मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने भाजपा विधायकों पर हमले किये ।

भाजपा ने कहा कि यह घटना उस वक्त हुई जब विपक्ष ने राज्य में ‘‘कानून-व्यवस्था की खराब हो रही स्थिति’’ पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बयान जारी करने की मांग की।

भाजपा के महासचिव सी. टी. रवि ने ट्वीट करके आरोप लगाया, ‘‘पश्चिम बंगाल विधानसभा में हुड़दंगी टीएमसी विधायकों ने भाजपा विधायकों के साथ हिंसक तरीके से मारपीट की। हमारे विधायकों की गलती (क्या थी)? वे लोग बीरभूम हत्याकांड पर चर्चा की मांग कर रहे थे। यह कांड टीएमसी के गुंडों द्वारा किया गया है। ममता बनर्जी लोगों से क्या छुपाने का प्रयास कर रही हैं? क्या टीएमसी के ‘टी’ का अर्थ तालिबान से तो नहीं है?’’

गौरतलब है कि बीरभूम जिले में गत 21 मार्च को 10 घरों को जला दिया गया था, जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम आठ लोगों की मौत हो गयी थी।

भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने आरोप लगाया कि राज्य में उनकी (ममता की) सरकार में फिर से हत्याएं और अराजकताएं शुरू हो गयी हैं और सत्तारूढ़ टीएमसी के विधायक बीरभूम हत्याकांड पर चर्चा के बजाय भाजपा विधायकों पर हमला कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र की हत्यारी, टीएमसी सरकार को शर्म आनी चाहिए।’’

पश्चिम बंगाल विधानसभा में सोमवार को अराजकता की स्थिति पैदा हो गयी, क्योंकि राज्य में कानून-व्यवस्था की ‘खराब’ स्थिति पर बनर्जी के बयान की विपक्ष की मांग के बाद सत्तारूढ़ टीएमसी और भाजपा विधायकों के बीच हाथापाई हुई।

उसके बाद नेता प्रतिपक्ष शुभेन्दु अधिकारी के नेतृत्व में करीब 25 भाजपा विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया। उन्होंने दावा किया कि सदन के भीतर टीएमसी विधायकों द्वारा उनके कुछ विधायकों के साथ हाथपाई की गयी।

अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय ने बाद में अधिकारी सहित भाजपा के पांच विधायकों को सदन में उनके कथित हुड़दंगी व्यवहार के लिए निलंबित कर दिया है।

उन सभी को पूरे साल के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया है।

भाषा सुरेश उमा

उमा