Odisha Assembly: विधानसभा कार्यवाही के दौरान आपस में भिड़े BJP-कांग्रेस विधायक, हाथापाई पर उतरे, MLA ने लगाया ये आरोप

ओडिशा विधानसभा में हंगामा, भाजपा-कांग्रेस विधायकों के बीच धक्का-मुक्की

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  • Publish Date - March 11, 2025 / 04:10 PM IST,
    Updated On - March 11, 2025 / 04:17 PM IST

Odisha Assembly | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • ओडिशा विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस विधायकों के बीच हुई धक्का-मुक्की, जिसके कारण कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
  • कांग्रेस विधायक बहिनीपति का आरोप, भाजपा विधायक मिश्रा ने उनका कॉलर पकड़कर धक्का दिया।
  • बीजद विधायकों ने मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और सांकेतिक रूप से विरोध दर्ज कराया।

भुवनेश्वर: Odisha Assembly ओडिशा विधानसभा में मंगलवार को उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के विधायक सदन में ही आपस में भिड़ गए जिसके चलते विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी को कार्यवाही अपराह्न तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। विधानसभा में उस समय तनाव बढ़ गया जब भाजपा के वरिष्ठ विधायक जय नारायण मिश्रा, कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद बहिनीपति की ओर बढ़े। ताराप्रसाद, शहरी विकास मंत्री के.सी. महापात्र के सामने खड़े थे और मंत्री किसी सवाल का जवाब दे रहे थे।

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Odisha Assembly बहिनीपति ने सदन के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मिश्रा ने मेरे शर्ट का कॉलर पकड़कर मुझे धक्का दिया। मैं मंत्री महापात्र से हाथ जोड़कर निवेदन कर रहा था कि जब सदन में व्यवस्था नहीं है तो वह जवाब न दें। लेकिन अचानक मिश्रा आए और मेरा कॉलर पकड़ ली।’’ बाद में, सत्ता पक्ष और कांग्रेस के अन्य सदस्यों के बीच भी धक्का-मुक्की शुरू हो गई जिसके बाद अध्यक्ष पाढ़ी ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। सदन में हंगामा खड़ा हो गया और भाजपा तथा कांग्रेस के सदस्य एक-दूसरे को धक्का देते दिखे।

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बीजू जनता दल (बीजद) के सदस्य भी उसी जगह मौजूद थे, लेकिन वे इससे दूर रहे। विपक्षी बीजद और कांग्रेस विधायकों ने अलग-अलग मुद्दे उठाए। बीजद विधायकों ने मिश्रा की उस टिप्पणी पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से बयान देने की मांग की जिसमें मित्रा ने 1936 में तत्कालीन कोसल के ओडिशा में विलय को ‘‘ऐतिहासिक गलती’’ बताया था, जबकि कांग्रेस विधायक राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर विरोध कर रहे थे। यह लगातार दूसरा दिन था जब विधानसभा में हंगामा देखने को मिला। विपक्ष के विरोध के बीच, अध्यक्ष पाढ़ी ने लगभग 30 मिनट तक प्रश्नकाल चलने दिया। मुख्यमंत्री के लगातार दो दिनों से सदन में उपस्थित न होने को लेकर बीजद विधायकों ने विधानसभा परिसर में लालटेन लेकर सांकेतिक रूप से विरोध दर्ज कराया। बीजद विधायकों ने मुख्यमंत्री के कक्ष के बाहर धरना भी दिया।

ओडिशा विधानसभा में हंगामा क्यों हुआ?

ओडिशा विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस विधायकों के बीच धक्का-मुक्की हुई, जब भाजपा विधायक जय नारायण मिश्रा ने कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद बहिनीपति का कॉलर पकड़कर उन्हें धक्का दिया।

हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने क्या कदम उठाया?

विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने हंगामे के बाद कार्यवाही को अपराह्न तक स्थगित कर दिया।

बीजद विधायकों ने क्या विरोध किया?

बीजद विधायकों ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की लगातार अनुपस्थिति को लेकर विरोध किया और विधानसभा परिसर में लालटेन लेकर सांकेतिक रूप से प्रदर्शन किया।