जयपुर, 28 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस की राजस्थान इकाई ने शनिवार को पार्टी के स्थापना दिवस पर राज्य भर में कार्यक्रम आयोजित किया तथा भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र और राज्य सरकारों पर लोकतंत्र को कमजोर करने, कल्याणकारी कानूनों को अशक्त बनाने एवं अरावली पर्वत श्रृंखला को खतरे में डालने का आरोप लगाया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने यहां प्रदेश मुख्यालय में एक संगोष्ठी (सेमीनार) में आरोप लगाया कि संवैधानिक स्वतंत्रताएं खतरे में हैं और पिछली कांग्रेस सरकारों द्वारा लाए गए जन कल्याणकारी कानूनों को व्यवस्थित रूप से कमजोर किया जा रहा है।
डोटासरा ने कहा कि सूचना का अधिकार अधिनियम, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) और खाद्य सुरक्षा अधिनियम समेत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान पारित कानूनों को कमजोर किया जा रहा है।
उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाया कि मनरेगा के तहत काम के अधिकार का जो वादा किया गया था वह उसे कम कर रहा है तथा काम के आवंटन और फसल नुकसान के मुआवजे में विपक्षी शासित राज्यों के साथ भेदभाव कर रहा है।
कांग्रेस नेता ने राजस्थान में भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वहां भ्रष्टाचार चरम पर है और खनन को सुविधाजनक बनाने के लिए अरावली पर्वत श्रृंखला की परिभाषा में बदलाव करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अरावली पर्वतमाला को खनन कंपनियों के हवाले करने से राज्य का पारिस्थितिक संतुलन बिगड़ जाएगा और मरुस्थलीकरण की गति तेज हो जाएगी।’’
उन्होंने इसे राज्य के इतिहास के सबसे बड़े घोटालों में से एक बताया।
विपक्ष के नेता टीका राम जुली और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सी पी जोशी ने कार्यक्रम को संबोधित किया तथा भारत के स्वतंत्रता संग्राम में पार्टी की भूमिका और संवैधानिक मूल्यों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
भाषा राजकुमार संतोष
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