(श्रुति भारद्वाज)
नयी दिल्ली, 28 मार्च (भाषा) दिल्ली सरकार के स्कूलों में पिछली ‘आप’ सरकार में शुरू की गईं प्रमुख शिक्षा योजनाओं जैसे ‘बिजनेस ब्लास्टर्स’, ‘हैप्पीनेस करिकुलम’ और मिशन बुनियाद को बंद कर दिया है। शुक्रवार को एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार इन योजनाओं की जगह ‘राष्ट्रनीति’, ‘न्यू एरा ऑफ इंटरप्रेन्योर ईकोसिस्टम एंड विजन’ (एनईवी) और ‘साइंस ऑफ लिविंग’ जैसी नयी योजनाएं शुरू करने की तैयारी कर रही है।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सबसे बड़ा बदलाव एनईवी की शुरुआत है, जो बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम की जगह लेगा।
हालांकि दोनों ही कार्यक्रम छात्रों को स्टार्टअप शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने से संबंधित हैं, लेकिन इनका ढांचा और कार्यान्वयन अलग-अलग होगा।
बंद की गई इस योजना के तहत छात्रों को ‘सीड मनी’ के तौर पर 2,000 रुपये दिए जाते थे।
अधिकारी ने बताया कि एनईवी के तहत फंड को बढ़ाकर 20,000 रुपये कर दिया गया है और यह राशि छात्रों के एक समूह को दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि हैप्पीनेस करिकुलम, योग सत्र और विलेज टूर जैसे अन्य कार्यक्रमों को अब ‘साइंस ऑफ लिविंग’ नामक एक पहल में मिला दिया गया है।
अधिकारी ने कहा कि यह नया कार्यक्रम छात्रों को नैतिक मूल्य सिखाने, बुजुर्गों की देखभाल करने और योग, ‘माइंडफुलनेस’ और ‘स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज’ सहित विभिन्न ध्यान तकनीकों को शामिल करने पर केंद्रित करेगा।
अधिकारी ने कहा, “पहले, इन विभिन्न कार्यक्रमों में हफ्तों और महीनों में कई सत्र होते थे। अब, तीन अलग-अलग सत्रों के बजाय, हमारे पास सभी पहलुओं को कवर करने वाला एक ही सत्र होगा।”
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए एक समय सारिणी तैयार की जाएगी कि ‘साइंस ऑफ लिविंग’ कार्यक्रम के सभी घटकों को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
भाषा जोहेब पवनेश
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