BJP Attacks on Congress: ‘कांग्रेस ने 1952 के चुनाव में चुनावी धोखाधड़ी के जरिए अंबेडकर को हराया था’.. जानें किसने लगाए ये गंभीर आरोप

"जब राहुल गांधी चुनाव हारते हैं, तो ईवीएम पर सवाल उठाते हैं या मतदाताओं को दोषी ठहराते हैं। कांग्रेस कहती है कि ईवीएम में भाजपा के लिए हेराफेरी की गई है।"

BJP Attacks on Congress: ‘कांग्रेस ने 1952 के चुनाव में चुनावी धोखाधड़ी के जरिए अंबेडकर को हराया था’.. जानें किसने लगाए ये गंभीर आरोप

BJP Attacks on Congress || Image- IBC24 News File

Modified Date: August 13, 2025 / 03:16 pm IST
Published Date: August 13, 2025 3:16 pm IST
HIGHLIGHTS
  • 1952 में अंबेडकर की हार को बताया चुनावी धोखाधड़ी।
  • राहुल गांधी पर चुनाव आयोग को बदनाम करने का आरोप।
  • ममता बनर्जी पर मतदाता सूची मुद्दे पर दोहरा रवैया।

BJP Attacks on Congress: नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के “वोट चोरी” के दावे पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने 1952 के आम चुनाव में चुनावी धोखाधड़ी के माध्यम से भारतीय संविधान के जनक माने जाने वाले भीमराव अंबेडकर को हराया था।

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‘कांग्रेस ने रखी चुनावी भ्रष्टाचार की नींव’

भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “अगर हम 1952 से शुरू करें तो कांग्रेस और सीपीआई ने मिलकर संविधान निर्माता और संत समान नेता डॉ. भीमराव अंबेडकर को चुनाव में हराया था। कांग्रेस ने 1952 के पहले ही चुनाव में चुनावी भ्रष्टाचार की नींव रख दी थी।”

उन्होंने कहा, “रिकॉर्ड देख लीजिए: 74,333 वोट खारिज हुए, जबकि अंबेडकर जी सिर्फ़ 14,561 वोटों से हारे। कांग्रेस ने यह सुनिश्चित किया कि एक संविधान निर्माता, एक दलित नेता, पहले ही चुनाव में चुनाव हार जाए। सोचिए, जिसने संविधान बनाया, उसे कांग्रेस परिवार ने चुनावी धोखाधड़ी के ज़रिए हरा दिया।” भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और उनके परिवार का चुनाव हारने पर चुनाव आयोग पर सवाल उठाने का इतिहास रहा है।

‘राजीव गांधी ने बैलेट पेपर को दोषी ठहराया’

BJP Attacks on Congress: उन्होंने कहा, “इस परिवार और पार्टी में शुरू से ही परंपरा रही है कि अगर आप चुनाव हार जाते हैं तो आप चुनाव आयोग, मतदाताओं या चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हैं। इंदिरा गांधी ने कहा था, मतदाता मूर्खों का समूह हैं। जब राजीव गांधी चुनाव हार गए तो उन्होंने बैलेट पेपर को दोषी ठहराया। राहुल गांधी के पिता कहते थे कि वोटिंग मशीनों से चुनाव कराओ और राहुल गांधी कहते हैं कि बैलेट पेपर से चुनाव कराओ।”

अनुराग ठाकुर ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी आलोचना की। ममता ने भी अपने राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध किया था। उन्होंने पूछा, “मैं ममता बनर्जी से एक सवाल पूछना चाहता हूँ। 2005 में लोकसभा में उन्होंने दस्तावेज़ फेंके थे जिनमें दावा किया गया था कि मतदाता सूची में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के नाम शामिल हैं। अब, जब हम उस गड़बड़ी को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं, तो वह बाधाएँ खड़ी कर रही हैं। क्या वह तब झूठ बोल रही थीं या अब झूठ बोल रही हैं?”

BJP Attacks on Congress: उन्होंने कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में हारते देख कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर झूठे आरोप लगाने में जुट गई है। ठाकुर ने भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “अगर किसी के नेतृत्व में 90 बार चुनाव हारने का रिकॉर्ड है, तो वह राहुल गांधी के नेतृत्व में है । पार्टी के भीतर भी राहुल गांधी के नेतृत्व को लेकर सवाल उठाए जाते हैं।”

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उन्होंने कहा, “जब राहुल गांधी चुनाव हारते हैं, तो ईवीएम पर सवाल उठाते हैं या मतदाताओं को दोषी ठहराते हैं। कांग्रेस कहती है कि ईवीएम में भाजपा के लिए हेराफेरी की गई है। फिर उन्होंने कहा कि ईवीएम पर प्रतिबंध लगाओ, मतपत्र वापस लाओ। फिर उन्होंने कहा कि ईवीएम को रिमोट से हैक किया जा सकता है। हर हार के बाद, कांग्रेस नए बहाने ढूंढती रही। कांग्रेस ने आत्ममंथन नहीं किया, बल्कि बार-बार ईवीएम, चुनाव आयोग और संवैधानिक संस्थाओं को दोष देती रही। बिहार चुनाव हारते देख, कांग्रेस विपक्षी दलों के साथ मिलकर झूठे आरोप लगाने में जुट गई है।”


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