भाजपा चाहती है कि लोग भावनाओं के आधार पर वोट दें: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी

भाजपा चाहती है कि लोग भावनाओं के आधार पर वोट दें: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी

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  • Publish Date - April 23, 2024 / 11:42 PM IST,
    Updated On - April 23, 2024 / 11:42 PM IST

बेंगलुरु, 23 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को भाजपा पर लोगों की भावनाओं को भड़काने तथा उनका ध्यान वास्तविक मुद्दों से भटकाने का आरोप लगाया तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा।

प्रियंका ने यहां ‘पीटीआई-वीडियो’ के साथ बातचीत में कहा, ”मुझे नहीं लगता कि प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) को इस स्तर की बात करनी चाहिए।”

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की योजना लोगों की मेहनत की कमाई व कीमती वस्तुएं “घुसपैठियों” और “अधिक बच्चे वालों” को देने की है। मोदी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका ने यह बात कही।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को विकास के बारे में बात करनी चाहिए।

कांग्रेस महासचिव ने पूछा, “वह 10 साल से प्रधानमंत्री हैं और उनके पास पूर्ण बहुमत है। उन्होंने वास्तव में क्या किया है। वह लोगों के सामने आकर यह क्यों नहीं कह पा रहे हैं कि मैंने इतनी नौकरियां दीं, मैंने इतने सारे आईआईटी, इतने अस्पताल बनाए और इतने लोगों को गरीबी से बाहर निकाला।”

उन्होंने भाजपा पर जनता को हल्के में लेने का भी आरोप लगाया।

प्रियंका ने कहा, ‘उन्हें लगता है कि जनता उन आंकड़ों की पड़ताल नहीं करने वाली जिनके बारे में वे बात कर रहे हैं, जनता यह जांचने वाली नहीं है कि कांग्रेस ने घोषणापत्र में क्या कहा है या नहीं, यह हर जगह उपलब्ध है….हर दिन वे कुछ न कुछ लेकर आते हैं एक दिन वे कहते हैं कि हम (कांग्रेस) देश के खिलाफ काम कर रहे हैं। एक दिन वे कहते हैं कि हम धर्म के खिलाफ हैं…जबकि कांग्रेस लगातार नौकरियों और शिक्षा पर जोर दे रही है, हम अपने घोषणापत्र में कह रहे हैं कि ये वो चीजें हैं जो हम करना चाहते हैं।”

उन्होंने कहा, ‘वे (भाजपा) किसी भी चीज के बारे में बात कर रहे हैं, उन समस्याओं को छोड़कर जिनका लोग सामना कर रहे हैं। बहुत सारे बड़े मुद्दे हैं, चाहे वह किसान हों, युवा छात्र हों, नौकरी की तलाश कर रहे युवा हों… बहुत सारे बड़े मुद्दे हैं और हमारा ध्यान उसी पर होना चाहिए।”

प्रियंका ने कहा, ‘मैं अन्य मुद्दों में भी नहीं जाना चाहती, क्योंकि मुझे लगता है कि उन्हें हमेशा उठाया जाता है, ताकि लोगों का ध्यान भटके, ताकि लोगों की भावनाएं भड़कें और वे भावना से वोट करें, न कि यह समझकर कि राजनीतिक दल उनके लिए क्या करना चाहते हैं और राजनीतिक दल उनके लिए क्या करेंगे।”

भाषा जोहेब रंजन

रंजन