बोरिस जॉनसन ने कोविड-19 के नये प्रकार से बढ़ रहे संकट के चलते भारत दौरा रद्द किया

बोरिस जॉनसन ने कोविड-19 के नये प्रकार से बढ़ रहे संकट के चलते भारत दौरा रद्द किया

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  • Publish Date - January 5, 2021 / 01:14 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:18 PM IST

नयी दिल्ली/लंदन, पांच जनवरी (भाषा) ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना वायरस के नये प्रकार (स्ट्रेन) से पैदा हुए संकट के बढ़ने के चलते 26 जनवरी के गणतंत्र दिवस समारोह पर भारत की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि जॉनसन ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर महामारी की स्थिति के कारण अपना दौरा रद्द करने के लिए खेद प्रकट किया ।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था।

जॉनसन ने संकेत दिया है कि उनकी भारत यात्रा जी-7 शिखर सम्मेलन से पहले साल के पूर्वार्द्ध में होगी। ब्रिटेन की अध्यक्षता में यह सम्मेलन इस साल के अंत में होने की योजना है।

गौरतलब है कि जॉनसन ने एक दिन पहले टेलीविजन के माध्यम से ब्रिटेन को संबोधित करते हुए कहा था कि संक्रमण की दर अत्यधिक बढ़ने के कारण उनके मेडिकल प्रमुखों ने चेतावनी दी है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा खतरे का सामना कर रही है।

डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री (जॉनसन) ने योजना के अनुसार इस महीने के आखिर में होने वाली अपनी भारत यात्रा पर नहीं जा सकने के लिए खेद प्रकट करने को लेकर आज सुबह प्रधानमंत्री मोदी से बात की।’’

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘बीती रात घोषित राष्ट्रीय लॉकडाउन के आलोक में और कोरोना वायरस के नये प्रकार के फैलने की गति के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने कहा है कि उनके लिए यह जरूरी है कि वह ब्रिटेन में मौजूद रहें, ताकि वह वायरस के खिलाफ घरेलू प्रतिक्रिया पर ध्यान दे सकें।’’

दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंध के प्रति अपनी साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित किया और महामारी के खिलाफ प्रतिक्रिया सहित दोनों देशों के बीच करीबी सहयोग के जरिए इसे जारी रखने की भी बात कही।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह 2021 की पहली छमाही में और ब्रिटेन के जी-7 शिखर सम्मेलन से पहले भारत की यात्रा पर जा सकेंगे, जिसमें (सम्मेलन में) प्रधानमंत्री मोदी एक अतिथि के तौर पर शरीक होने वाले हैं।’’

भाषा

सुभाष दिलीप पवनेश

पवनेश