लोगों को सुशासन देने में विफल रही केंद्र सरकार: गहलोत

लोगों को सुशासन देने में विफल रही केंद्र सरकार: गहलोत

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  • Publish Date - October 23, 2021 / 04:28 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:01 PM IST

जयपुर, 23 अक्टूबर (भाषा) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की भाजपा सरकार पर लोगों को सुशासन देने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हकीकत के आधार पर फैसले करने चाहिए तभी वह सुशासन देने में कामयाब होंगे।’’ उन्होंने कहा कि देश की जनता समझदार है और वह समय आने पर केंद्र में सत्तारूढ़ लोगों को सबक सिखाएगी।

यहां संवाददाताओं से बातचीत में गहलोत ने कहा कि देश में घुटन का माहौल बन गया है, जिसे दूर करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को पहल करनी चाहिए।

केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा विभिन्न जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी दलों को डराने-दबाने के लिए किए जाने के उनके आरोप के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘पूरे देश में जहां-जहां चुनाव होता है वहां ये तो इनका एजेंडा है… जहां जहां चुनाव होते है वहां सीबीआई, आयकर विभाग, ईडी के अधिकरियों को यही संदेश जाते हैं कि किस प्रकार से आपको चुन-चुन वहां मैसेज देना है ताकि वहां लोग घबरा जाएं। ये इनकी टैक्टिक्स (हथकंडा)है।’’

गहलोत ने भाजपा का नाम लिए बिना कहा, ‘‘जब से ये चुनाव जीतकर आए हैं, यह नई परंपरा शुरू कर दी है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। फिर लोगों में भय होता है और घुटन का माहौल बनता है। आज व्यापारी हो या उद्योगपति, ऐसा माहौल बन गया है। मोदी को चाहिए कि इस माहौल को दूर करें।’’

मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ लोकतंत्र में प्रेम मोहब्बत होगी, आपस में भाईचारा होगा, सरकार के प्रति विश्वास होगा तभी सुशासन होगा। मेरा मानना है कि इसमें यह केंद्र सरकार विफल हो रही हैं। चूंकि मोदी प्रधानमंत्री हैं तो सबसे बड़ी जिम्मेदारी उनकी है कि वे निगरानी करें और देखें कि हकीकत क्या है और हकीकत के आधार पर फैसले करने चाहिए तभी वह सुशासन देने में कामयाब होंगे।’’

उन्होंने कहा,‘‘ वरना समय आएगा लोग इनको सबक सिखाएंगे। इनको मालूम भी नहीं पड़ेगा। पहले भी ऐसा कई बार हो चुका है। कांग्रेस शासन में भी भाजपा के शासन में भी। वाजपेयी जी थे तब भी … इंदिरा गांधी जैसी महान नेता चुनाव हार गईं।’’

गहलोत ने कहा,‘‘ तो यह जनता किसी को बख्शने वाली नहीं। देश की जनता बहुत समझदार है। वह अनपढ़ या कम पढी लिखी हो सकती है लेकिन अक्ल, होशियारी में हिंदुस्तान की जनता का दुनिया में कोई मुकाबला नहीं।’’

उन्होंने बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, किसान आंदोलन को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में एक के बाद एक नौकरी लग रही हैं जबकि दो करोड़ रोजगार का वादा करने वाले प्रधानमंत्री गायब हैं।

भाषा पृथ्वी धीरज

धीरज