चेन्नई, 17 मई (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि उसने अपनी ‘‘ओछी राजनीति’’ के कारण राज्य को मिलने वाली शिक्षा निधि रोक दी है।
स्टालिन ने एक पुस्तक विमोचन समारोह में कहा कि तमिलनाडु सरकार ने त्रि-भाषा नीति पर सहमति नहीं जताई है, इसलिए केंद्र ने 2,152 करोड़ रुपये जारी नहीं किए हैं।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा नीत केंद्र ने अपनी ओछी राजनीति के कारण तमिलनाडु सरकार को दी जाने वाली शिक्षा निधि रोक दी है।’’
स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु सरकार केंद्र द्वारा शिक्षा निधि जारी न करने को चुनौती देने के लिए निश्चित रूप से उच्चतम न्यायालय का रुख करेगी।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्यपाल मामले में राज्य की सफलता की तरह, जिसमें विधेयकों पर राज्यपाल/राष्ट्रपति के लिए समय सीमा तय की गई थी, तमिलनाडु शिक्षा निधि से संबंधित मामले में भी जीत हासिल करेगा।
स्टालिन ने कहा कि शिक्षा को संविधान की राज्य सूची में लाने के लिए संघर्ष जारी रहेगा और यदि शिक्षा को राज्य सूची में नहीं डाला गया तो यह सभी के लिए उपलब्ध नहीं होगी।
उन्होंने एक बार फिर इस विषय पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के रुख की पुष्टि की।
भाषा
देवेंद्र अविनाश
अविनाश