CM Vishnu Deo Sai: सीएम साय के कामकाज से प्रदेश की जनता संतुष्ट.. सुशासन तिहार से निरंतर बढ़ रही मुख्यमंत्री की लोकप्रियता, देखें सभी राज्यों का आंकड़ा..

पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की लोकप्रियता में भारी गिरावट देखी गई। फरवरी में 46% थी, अगस्त में घटकर 30.1% रह गई। आम आदमी पार्टी शासित एकमात्र राज्य पंजाब में भगवंत मान सबसे नीचे है। फरवरी के 17% से अगस्त में थोड़ा बढ़कर 29.9% पर पहुंचे है।

CM Vishnu Deo Sai: सीएम साय के कामकाज से प्रदेश की जनता संतुष्ट.. सुशासन तिहार से निरंतर बढ़ रही मुख्यमंत्री की लोकप्रियता, देखें सभी राज्यों का आंकड़ा..

CM Vishnu Deo Sai || Image- File photo

Modified Date: August 29, 2025 / 02:32 pm IST
Published Date: August 29, 2025 1:56 pm IST
HIGHLIGHTS
  • विष्णु देव साय की लोकप्रियता में 2.9% का इजाफा
  • MOTN सर्वे में साय को दूसरा स्थान
  • योगी और हेमंत सोरेन की रेटिंग भी बढ़ी

CM Vishnu Deo Sai: रायपुर: इंडिया टुडे C Voter के Mood of the Nation (MOTN) सर्वे ने भारत के अलग-अलग राज्यों में मुख्यमंत्रियों के कामकाज, उनकी लोकप्रियता और राज्य के लोगों में काम को लेकर संतुष्टि से जुड़े सर्वे के दिलचस्प आंकड़े जारी किये है। ताजा आंकड़ों पर नजर डाले तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के कामकाज से अपने गृह राज्य में 41.9% उत्तरदाता अगस्त 2025 में संतुष्ट बताए गए है। यह आंकड़ा फरवरी 2025 के 39% से बढ़कर आया है यानी हालिया सर्वे में उन के प्रति संतुष्टि में लगभग 2.9 प्रतिशत अंक की बढ़त दर्ज हुई। बड़े राज्यों के वर्ग में यह दूसरा स्थान है। पहले स्थान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा हैं।

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बड़े राज्यों के संदर्भ में प्रदर्शन

बड़े राज्यों के समूह में साय का 41.9% अंक दूसरे स्थान पर है। इससे पता चलता है कि गृह राज्य में उनकी स्वीकार्यता कई अन्य बड़े राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बराबर-ऊपर है।

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किन मुख्यमंत्रियों के लोकप्रियता में इजाफा?

CM Vishnu Deo Sai: जारी आंकड़ों पर नजर डाले तो मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की लोकप्रियता में गिरावट देखी गई है। फरवरी में 55% लोग संतुष्ट थे, जो अगस्त में घटकर 44.6% पर आ गई। लेकिन इससे अलग विष्णु देव साय की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है। फरवरी में संतुष्टि का आंकड़ा 39% था, जो अगस्त में बढ़कर 41.9% हो गया। पडोसी राज्य झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने भी लोकप्रियता में बड़ी छलांग लगाई। फरवरी में उनका आंकड़ा 31% था, जो अगस्त में 41.9% पर पहुंच गया।

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गुजरात के मुखिया भूपेंद्र पटेल की लोकप्रियता में बड़ी गिरावट देखी जा रही है। फरवरी में 54% लोग संतुष्ट थे, जबकि अगस्त में यह घटकर 40.7% रह गई। बात करें सूबे के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के तो यहाँ के सीएम योगी आदित्यनाथ का ग्राफ थोड़ा ऊपर गया है। फरवरी का आंकड़ा 37% था, जो अगस्त में 40.4% हो गया जबकि इनके मुकाबले एमपी के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री मोहन यादव की स्थिति लगभग स्थिर रही। फरवरी में 38%, अगस्त में 39.2% संतुष्टि दर्ज की गई। दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश के मुखिया चंद्रबाबू नायडू की लोकप्रियता में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। फरवरी के 47% से घटकर अगस्त में 38.1% रह गई। ओडिशा में
मोहन चरन मांझी का ग्राफ थोड़ा नीचे आया। फरवरी में 39%, अगस्त में 34.2% हुआ। पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की लोकप्रियता में भारी गिरावट देखी गई। फरवरी में 46% थी, अगस्त में घटकर 30.1% रह गई। आम आदमी पार्टी शासित एकमात्र राज्य पंजाब में भगवंत मान सबसे नीचे है। फरवरी के 17% से अगस्त में थोड़ा बढ़कर 29.9% पर पहुंचे है।

सीएम साय की लोकप्रियता में वृद्धि के क्या है प्रमुख कारण?

– सुशासन तिहार के दौरान पूरे प्रदेश के भ्रमण और शिकायत निवारण समाधान शिविरों से धरातल पर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन और निचले प्रशासनिक तंत्र की कमियाँ पता की और उन्हें दूर किया । इससे जनता में मुख्यमंत्री के प्रति विश्वास बढ़ा।

– CM सचिवालय की टीम ने विभागों और जिला कलेक्टरों के कामों की सतत मॉनिटरिंग की , योजनाओं के क्रियान्वयन के पक्ष पर विशेष जोर दिया

– इऑफ़िस के क्रियान्वयन से फाइलों का निराकरण शीघ्र
– मोदी की गारंटी अधिकांश पूरी
– प्रधानमंत्री आवास योजना, महतारी वंदन और कृषक उन्नति योजना से ग़रीब, महिला और किसान वर्ग खुश

– ⁠- भर्ती में पारदर्शिता , रोजगार, निवेश, व्यापार, व्यवसाय के लिए नए अवसर उपलब्ध कराए जिससे युवा और व्यवसायी वर्ग में नयी आशा का संचार हुआ।

– सरल, सौम्य, ईमानदार छवि , गुटबाजी से दूर , त्वरित निर्णय लेने की क्षमता।

– भ्रष्टाचार पर प्रहार और⁠ विभिन्न क्षेत्रों में रिफार्म जिससे लोगो का शासन की ओर विश्वास बढ़ा।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown