सीएमईआरआई की ऑक्सीजन संवर्द्धन इकाई का घरों, सुदूर स्थानों पर हो सकता है इस्तेमाल

सीएमईआरआई की ऑक्सीजन संवर्द्धन इकाई का घरों, सुदूर स्थानों पर हो सकता है इस्तेमाल

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  • Publish Date - April 8, 2021 / 10:23 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:30 PM IST

नयी दिल्ली, आठ अप्रैल (भाषा) वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने बृहस्पतिवार को बताया कि पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में केंद्रीय यांत्रिक आभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीएमईआरआई) ने एक ऑक्सीजन संवर्द्धन उपकरण विकसित किया है जिसका इस्तेमाल घरों, ऊंचाई वाले भूभागों, सुदूर स्थानों पर किया जा सकता है और जो कोविड-19 रोगियों के इलाज में भी प्रभावी हो सकता है।

ऑक्सीजन संवर्द्धन इकाई ‘प्रेशर स्विंग एडसॉर्पशन’ (पीएसए) के सिद्धांत पर काम करती है और इसमें एक निश्चित दाब के तहत हवा से नाइट्रोजन निकालने के लिए जियोलाइट कॉलम का इस्तेमाल किया जाता है।

यह एक ऐसा उपकरण है जो हवा से नाइट्रोजन हटाकर ऑक्सीजन को सांद्रित करता है।

सीएसआईआर-सीएमईआरआई के निदेशक हरीश हिरानी ने कहा कि ऑक्सीजन संवर्द्धन इकाई घरों, अस्पतालों, ऊंचे क्षेत्रों में तैनात रक्षा बलों एवं सुदूर ग्रामीण इलाकों के लिए बहुत उपयोगी हो सकती है।

हिरानी ने कहा, ‘‘यह कोविड-19 के रोगियों के इलाज के लिए अधिक प्रभावी और महत्वपूर्ण हो सकती है।’’

भाषा वैभव अविनाश

अविनाश